
प्रदेश भाजपा कार्यालय में 1 दिसम्बर से मंत्री करेंगे जनसुनवाई, डेढ़ साल पहले भी शुरू हुई थी कवायद, 4 दिन में हो गई थी बंद




प्रदेश भाजपा कार्यालय में 1 दिसम्बर से मंत्री करेंगे जनसुनवाई, डेढ़ साल पहले भी शुरू हुई थी कवायद, 4 दिन में हो गई थी बंद
जयपुर। कार्यकर्ताओं की नाराजगी दूर करने और सरकार के स्तर पर पेडिंग कामों का निस्तारण करने के लिए प्रदेश बीजेपी कार्यालय में 1 दिसम्बर से मंत्रियों की जनसुनवाई शुरू होगी। एक सप्ताह में तीन दिन दो-दो मंत्री कार्यकर्ताओं की फरियाद सुनेंगे।
भजनलाल सरकार बनने के साथ ही बीजेपी कार्यालय में मंत्रियों की जनसुनवाई कार्यक्रम की घोषणा की गई थी। लेकिन इसे अमलीजामा नहीं पहनाया जा सका। इसके बाद तत्कालीन प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने मंत्रियों के बिना ही प्रदेश पदाधिकारियों द्वारा जनसुनवाई शुरू करवा दी थी।
बाद में सत्ता व संगठन के बीच तालमेल नहीं होने की बात उठने लगी तो चार दिन बाद ही इस जनसुनवाई कार्यक्रम को स्थगित कर दिया गया। अब रविवार को सीएमओ में आयोजित हुई अजमेर-बीकानेर संभाग के कार्यकर्ताओं की बैठक में सीएम भजनलाल शर्मा ने 1 दिसम्बर से बीजेपी कार्यालय में मंत्रियों द्वारा जनसुनवाई करने की जानकारी कार्यकर्ताओं को दी।
दरअसल, अंता उप चुनाव में पार्टी की हार के मंथन के बाद यह सामने आया कि कार्यकर्ताओं की समुचित सुनवाई नहीं होने से कार्यकर्ताओं की नाराजगी भी हार का एक कारण है। ऐसे में कार्यकर्ताओं की नाराजगी दूर करने के लिए यह कवायद की जा रही है।संगठन स्तर पर भाजपा इसका खाका तैयार करने में जुटी हुई है। सोमवार से बुधवार दो-दो मंत्री बीजेपी कार्यालय में जनसुनवाई करेंगे। वहीं, संगठन स्तर से भी एक पदाधिकारी को इसमें जिम्मेदारी देने पर विचार चल रहा है।
प्रदेश महामंत्री दामोदर अग्रवाल ने बताया- एक दिसंबर से मंत्री दरबार लगाने पर सहमति बनी है। जिसको लेकर तैयारी की जा रही हैं।
बीजेपी के लिए पार्टी मुख्यालय में जनसुनवाई का ये कोई नया प्रयोग नहीं है। साल 2013 से 2018 के वसुंधरा राजे के कार्यकाल के दौरान भी बीजेपी कार्यालय जनसुनवाई का गवाह बन चुका है। तब भी हजारों कार्यकर्ताओं की फरियाद मंत्रियों तक पहुंची और उस पर काम भी हुआ।
पार्टी स्तर पर मंथन में जनसुनवाई को संगठन को मजबूती देने वाला भी माना गया। यहीं वजह है कि एक बार फिर से मंत्रियों को जनसुनवाई की जिम्मेदारी दी जा रही है। इस बीच अंता के उपचुनाव के नतीजों और आने वाले नगर निकाय और पंचायत चुनावों को देखते हुए भी भाजपा इसकी पहल कर रही है।
नागौर जिला संगठन प्रभारी पुखराज पहाड़िया ने बताया कि मुख्यमंत्री स्तर पर हुई बैठक में जनसुनवाई को लेकर कार्यक्रम तय किया गया है। साथ ही आने वाले निकाय और पंचायत चुनाव की तैयारी के लिए भी निर्देश दिए है।




