कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुआ मील परिवार, विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की टिकट नहीं मिलने से हुए थे नाराज - Khulasa Online कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुआ मील परिवार, विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की टिकट नहीं मिलने से हुए थे नाराज - Khulasa Online

कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुआ मील परिवार, विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की टिकट नहीं मिलने से हुए थे नाराज

खुलासा न्यूज, नेटवर्क। विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं मिलने पर कांग्रेस से नाराज चल रहा सूरतगढ़ का मील परिवार अपने समर्थकों और ब्लॉक के अनेक सरपंचों जनप्रतिनिधियों के साथ विधिवत रूप से भाजपा में शामिल हो गया। रविवार को जयपुर स्थित प्रदेश कार्यालय में प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी सहित भाजपा के आला पदाधिकारियों ने पटका पहना पार्टी में शामिल किया। जानकारी के अनुसार कांग्रेस के पूर्व विधायक गंगाजल मील, उनके भाई और पंचायत समिति के मौजूदा प्रधान हजारीराम मील, भतीजे डायरेक्टर हेतराम मील, विधानसभा प्रत्याशी रहे युवा नेता हनुमान मील सहित कई सरपंचों ने कांग्रेस छोड़ भाजपा का दामन थाम लिया है।

 

यह भी हुए कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल

निरवाना सरपंच रामकुमार घोयल के मुताबिक़ उनके अलावा दिलीप जांदू सरपंच संघर, ओमप्रकाश दुगेसर सरपंच पालीवाला, महावीर प्रसाद नोखवाल सरपंच संघ अध्यक्ष सूरतगढ़, उधम सिंह सरपंच सादकवाला, गुरखेत सिंह सरपंच गुरूसर मोडिया, इंद्राज सूराख अध्यक्ष सहकारी समिति निरवाना, मुखराम खिलेरी सरपंच भैरूपुरा सिलवानी, सुखराम नायक सरपंच बख्तावरपुरा, मनोहर लाल नायक सरपंच देईदासपुरा, रामप्रताप मेहरड़ा सरपंच 1एलएम, प्रकाश घिंटाला अध्यक्ष गुगुल डेरी उदयपुर सूरतगढ़, ओम प्रकाश राव जिला अध्यक्ष जाट महासभा गंगानगर, दिलावर खान सरपंच उदयपुर गोदरान, महावीर प्रसाद साई अध्यक्ष सरस डेरी सूरतगढ़, मानसिंह गोदारा बूथ इंचार्ज, लक्ष्मण गोदारा, प्रकाश गोदारा ग्राम पंचायत भैरूपुरा, द्वारका नायक, द्रोपदी राजेश भादू जिला परिषद श्रीगंगानगर, संजय थोरी मंडल अध्यक्ष कांग्रेस सूरतगढ़, महेंद्र सारण उपाध्यक्ष कांग्रेस सूरतगढ़, सत्तार अली ब्लॉक उपाध्यक्ष कांग्रेस राजियासर, श्याम सिंह सरपंच गोविंदसर, लालचंद लोहारा सरपंच रजपुरा पिपेरण, सोनू मेघवाल सरपंच रघुनाथपुरा, गगनदीप भंगू सरपंच भगवानगढ़ सहित करीब चार दर्जन कार्यकर्ताओं ने बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की।

 

विधानसभा चुनाव में मील परिवार ने की थी खिलाफत

हालांकि टिकट कटने के बाद विधानसभा चुनाव में मील परिवार ने भाजपा प्रत्याशी रामप्रताप कासनिया का खुलकर समर्थन किया था, लेकिन भाजपा की सदस्यता ग्रहण नहीं की थी। पार्टी की खिलाफत करने पर कांग्रेस आलाकमान ने चारों मील बंधुओं को पार्टी से निष्कासित कर दिया था। उधर मील परिवार के समर्थन के बावजूद भी बीजेपी प्रत्याशी रामप्रताप कासनिया चुनाव हार गए। तब से मील परिवार शहर की राजनीति में हाशिये पर था।

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