एमजीएसयू की छात्रसंघ उपाध्यक्ष ने सौंपा इस्तीफा, कहा- यहां एक तरफा राजनीति हो रही, देखें वीडियो - Khulasa Online एमजीएसयू की छात्रसंघ उपाध्यक्ष ने सौंपा इस्तीफा, कहा- यहां एक तरफा राजनीति हो रही, देखें वीडियो - Khulasa Online

एमजीएसयू की छात्रसंघ उपाध्यक्ष ने सौंपा इस्तीफा, कहा- यहां एक तरफा राजनीति हो रही, देखें वीडियो

 

बीकानेर। एमजीएसयू की छात्रसंघ उपाध्यक्ष दीपिका शर्मा ने यह कहते हुए अपने पद से इस्तीफा पत्र सौंपा है कि यहां एक तरफा राजनीति हो रही है, जिसके मैं खिलाफ हूं। दीपिका ने कहा कि यहां एक तरफा राजनीति के चलते उन्हें छात्रसंघ के कार्यक्रम में स्टेज पर नहीं जाने दिया। दीपिका ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि यहां धर्म-जातिवाद की राजनीति हो रही है। उन्होंने कहा कि मैं निर्दलीय से हूं, इसलिए उद्घाटन के लिए उनसे एक बार भी नहीं पूछा गया कि आपका गेस्ट कौन होगा, जबकि अन्य लोगों को ससम्मान दिया जा रहा है। दीपिका ने कहा कि हम राजनीति में इसलिए आए कि स्टूडेंट्स के हित में काम कर सके, लेकिन अक्टूबर माह में उनके द्वारा एमजीएसयू प्रशासन को सेनेटरी नेपकिन की मांग को लेकर एक ज्ञापन दिया था, उस बात को आज पांच माह हो गए, परंतु प्रशासन की ओर से एक कदम भी आगे नहीं बढ़ाया गया। दीपिका ने कहा कि आगामी आठ मोर्च को अंतराष्ट्रीय महिला दिवस पर दिखावे के लिए एक दिन का वाइस चांसलर बना देंगे कि यहां महिला व लड़कियों का सम्मान होता है, लेकिन दिखावे व हकीकत के मान-सम्मान में फर्क होता है। दीपिका ने कहा कि महिला व लड़कियों की बेसिक फैस्लिटी सेनेटरी नेपकिन जैसी व्यवस्था यहां है नहीं, ऐसे में एक तरफा राजनीति करने का क्या मतलब। दीपिका ने कहा कि मैं इस एक तरफा राजनीति के खिलाफ हूं, इसलिए आज अपने पद से इस्तीफा पत्र कुलपति महोदय को सौंपा है।

कार्य बहिष्कार कर आशा सहयोगिनियों ने निकाली रैली, दो मार्च को विधानसभा का घेराव करने की चेतावनी

बीकानेर। अपनी मांग को लेकर राजस्थान आशा सहयोगिनी चिकित्सा सेवा कर्मचारी संघ की ओर से मंगलवार बीकानेर में आशा सहयोगिनियों ने कार्य बहिष्कार कर रैली निकाली। संघ की जिलाध्यक्ष सरोज शर्मा ने बताया कि हाल ही में सरकार ने आशा सहयोगिनी का 15 प्रतिशत मानदेय में बढ़ोतरी की है, जिससे आशा नाखुश है। उन्होंने बताया कि आशा के काम को देखते हुए कम से कम 18 हजार रुपए मानदेय होना चाहिए, अन्यथा सरकार उन्हें राज्य कर्मचारी घोषित करे। दोनों में से एक मांग सरकार को मांगनी होगी, अन्यथा आशाओं की हड़ताल जारी रहेगी और दो मार्च को जयपुर में विधानसभा का घेराव किया जाएगा।

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