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एमजीएसयू सवालों के कटघरे में : बिना तीर निशाने पर लगे खिलाड़ी जा रहे हैं नेशनल टूर्नामेंट में

खुलासा न्यूज़ , बीकानेर ।
एक तरफ राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत खेल व खिलाड़ियों को आगे बढ़ाने के लिए भरपूर प्रयास कर रहे हैं , दूसरी तरफ द्वारिका शारीरिक शिक्षण संस्थान नाल के प्रिंसिपल द्वारा आयोजित प्रतियोगिताओं में बिना तीर चला खिलाड़ियों को चयन किया जा रहा है । ओलंपियन श्यामसुंदर स्वामी ने कहा कि खिलाड़ियों के साथ में व खेलों के साथ में इस तरीके के निर्णय करना धोखा है । स्वामी ने खेल अधिकारी गहलोत को बताया कि प्रतियोगिता समाप्ति के बाद मेडल व प्रमाण पत्र ना देना और खिलाड़ियों को परिणाम के बारे में जानकारी नहीं देना । यह सरासर गलत है और वहीं पर आयोजकों व चयन कर्ताओं की मिलीभगत सामने आती है । इसी कारण जिनके तीर टारगेट पर ही नहीं लगे उनके चयन ऑल इंडिया यूनिवर्सिटी टूर्नामेंट में कर दिया गया। दूसरी तरफ खिलाड़ियों ने आरोप लगाया कि हमारे बार बार कहने पर ही पी नाल कॉलेज द्वारा हमें ना तो परिणाम के बारे में जानकारी दी जा रही है , ना हमें प्रमाण पत्र और मेडल दिए जा रहे हैं प्रमाण पत्र नहीं मिलने से राज्य सरकार द्वारा मिलने वाली सुविधाओं से भी खिलाड़ी वंचित रह रहे हैं।

ओलंपियन श्यामसुंदर स्वामी ने बताया कि इस संबंध में उन्होंने खेल अधिकारी यशवंत गहलोत से बात की तो गहलोत ने कहा कि आयोजकों द्वारा चयन सूची दी गई है और उसी चयनित खिलाड़ियों को उन्होंने विश्वविद्यालय की टीम में शामिल किया गया है । स्वामी ने बताया कि जिन खिलाड़ी के तीर ही नहीं लगे , उन खिलाड़ियों का आपने सलेक्शन कैसे कर दिया । यह यूनिवर्सिटी के लिए बड़ी शर्म की बात है । ओलंपियन श्यामसुंदर स्वामी ने यशवंत गहलोत से मुलाकात कर उन खिलाड़ियों को टीम से बाहर करने की भी मांग की है ।

 

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