
मौसम विभाग का बारिश को लेकर इन 15 जिलो मे किया अलर्ट






जयपुर। राजस्थान में 22 जून को मानसून बांसवाड़ा के रास्ते प्रवेश कर सकता है। बंगाल की खाड़ी से उठने वाला मानसून बांसवाड़ा के कुशलगढ़ के रास्ते प्रवेश करेगा। इसके कुछ दिनों बाद अरब सागर से आना वाला मानसून भी राजस्थान पहुंच जाएगा।
इधर, शनिवार देर रात से जयपुर सहित कई जिलों में बारिश का दौर जारी है। वहीं, मौसम केंद्र जयपुर ने टोंक, करौली, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, जयपुर, जयपुर शहर, जोधपुर, अलवर सहित 15 जिलों के लिए अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में रविवार तेज हवा चलने के साथ बारिश की भी संभावना है। यदि मानसून की बात करें तो इसका दो दिन बाद सिरोही और उदयपुर के रास्ते प्रवेश करने का अनुमान है।
राजस्थान में सिर्फ मेवाड़ और वागड़ (उदयपुर, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़) ही ऐसे क्षेत्र हैं, जहां दोनों मानसून सक्रिय होते हैं। मौसम वैज्ञानिक प्रोफेसर नरपत सिंह राठौड़ बताते हैं कि उदयपुर, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़ में बंगाल की खाड़ी और अरब सागर दोनों तरफ से उठने वाले मानसून की बरसात होती है।
हाड़ौती (बूंदी, कोटा, बारां और झालावाड़) में जहां बंगाल की खाड़ी से आने वाला मानसून बरसात करता है। वहीं पूर्वी राजस्थान में मारवाड़ के जोधपुर, बाड़मेर, पाली, जालोर, नागौर और शेखावटी के सीकर, झुंझुनूं और प्रदेश के बाकी हिस्सों में अरब सागर से आने वाले मानसून से बरसात होती है।
बंगाल की खाड़ी का मानसून रहता है मजबूत
बंगाल की खाड़ी से आने वाला मानसून अरब सागर से उठने वाले मानसून के मुकाबले ज्यादा मजबूत होता है। वैसे दोनों मानसून सक्रिय होते हैं। यही वजह है कि उदयपुर, बांसवाड़ा, भीलवाड़ा और प्रतापगढ़ में भारी बरसात होती है। वहीं, बंगाल की खाड़ी वाले मानसून के चलते झालावाड़, कोटा में भी अच्छी बरसात होती है। पिछले साल राजस्थान में उदयपुर के झाड़ोल के रास्ते मानसून ने प्रवेश किया था।


