
मेहता साहब गौर फरइमाए : बीकानेर वासियों में भय, घर पर दम तोड़ रहे कोरोना मरीज, नहीं करवाना चाहते जांच





– कुशालसिंह मेड़तिया
खुलासा न्यूज़, बीकानेर। जिले में कोरोना का खतरा दिनों-दिन बढ़ता जा रहा है। आज दिनभर में 88 नए केस सामने आए है। बढ़ते प्रकोप के बीच कोविड सेंटर में व्यवस्थाएं चरमराई हुई है। खासकर कोविड अस्पताल पीबीएम में हालात बेहद खराब है। यहां मरीजों को माहौल नहीं मिल पा रहा है। कोविड अस्पताल का भय ही लोगों को जांच से दूर कर रहा है और वो घर पर दम तोड़ रहे हैं। जिला कलक्टर को इस मुद्दे पर विशेष ध्यान देना होगा। वहां अच्छी व्यवस्था करने के साथ ही परिजनों के मिलने की व्यवस्था की जानी चाहिए। भले ही वो कांच के इस पार व उस पार हो। यह सब भय खत्म करने के लिए है। भय कम होगा तो लोग जांच करवाएंगे। जिला प्रशासन बीकानेर में गांवों में ज्यादा जांच करवा रहा है जबकि जरूरत बीकानेर शहर में ज्यादा करवाने की है, जहां जांच और पॉजिटिव मरीजों की संख्या अनुपात अधिक है। हर हाल में लोगों को कोरोना की जांच करवानी होगी।
खुलासा न्यूज़ ने पड़ताल की तो हैरान कर देने वाली जानकारियां सामने आई। इन दिनों शहर में हर एक नागरिक की जुबां पर ‘नो टेस्ट, नो पॉजीटिव’ है। इस अफवाह के कारण शहरवासी कोविड-19 की जांच ही नहीं करवा रहे है। दुख:द बात तो यह कि बुद्धिजीवि वर्ग के लोग भी इसका समर्थन कर रहे है। इस अफवाहों के चलते शहरवासी को जांच से दूर कर रहा है। अगर यही सिलसिलि रहा तो आगामी स्थिति बेहद भयानक होगी। जिला कलक्टर नमित मेहत्ता को इस और शीघ्र विशेष ध्यान देना होगा।
सरकारी भुगतान अटका, मंत्रीजी के आदेशों की अवहेलना, नेताओं की नहीं हो रही सुनवाई
कोविड सेंटर के सरकारी भुगतान वो अटका होने के कारण कई कोविड सेंटर संचालकों ने नाराजगी जताई है। वहीं एक वाकया तो ऐसा भी सामने आया कि जिसमें कोविड सेंटर संचालक ने बिजली गुल कर दी । बाद में प्रशासनिक हस्तक्षेप के चलते लाईट सुचारू की गई, लेकिन इसके पीछे उसकी मंशा लंबे समय से नहीं हो रहे भुगतान की पीडा थी जिसका ध्यान प्रशासन की ओर करना चाहताथा।
बता दें कि ना तो मंत्री के आदेशों की पालना हो पा रही है और ना ही स्थानीय नेताओं की कोई सुनवाई। पीबीएम अधीक्षक किसी की भी शिकायत को सुना-अनसुना कर रहे है।
खुलासा न्यूज़ अपील
कोरोना का कहर जारी है। ऐसे में खुलासा न्यूज़ बीकानेर वासियों से अपील करता है कि अगर आप में भी कोरोना संबंधी लक्षण नजर आ रहे हैं तो तुरंत प्रभाव से जांच करवाए। आपको बता दें कि अब तक अस्सी फीसदी के आसपास लोग ठीक हो रहे हैं। ठीक तभी होंगे जब अस्पताल जाएंगे, चिकित्सकों की निगरानी में रहेंगे। घर पर बैठकर कोई व्यक्ति ठीक नहीं हो सकता।


