
राजस्थान के सरकारी स्कूलों में श्रीकृष्णभोग के साथ होगी मेगा-पीटीएम, विद्यार्थियों की पढ़ाई, उपस्थिति और व्यवहार पर अभिभावकों से होगी चर्चा





राजस्थान के सरकारी स्कूलों में श्रीकृष्णभोग के साथ होगी मेगा-पीटीएम, विद्यार्थियों की पढ़ाई, उपस्थिति और व्यवहार पर अभिभावकों से होगी चर्चा
जयपुर। राजस्थान में शिक्षा विभाग की ओर से स्टूडेंट्स की शैक्षणिक प्रगति और स्कूलों में पेरेंट्स-टीचर संवाद को मजबूत करने के लिए 31 अक्टूबर को राज्यभर के सभी सरकारी स्कूलों में मेगा पैरेंट-टीचर मीटिंग (मेगा पीटीएम) की जाएगी। आम लोगों को स्कूल से जोड़ने के लिए श्रीकृष्ण भोग का आयोजन भी होगा।
मेगा पीटीएम में स्टूडेंट्स की पढ़ाई, अटेंडेंस और व्यवहार संबंधी जानकारी पेरेंट्स के साथ साझा कर उनकी भागीदारी से शिक्षण गुणवत्ता में सुधार करने की कोशिश की जाएगी।
मेगा पीटीएम सभी सरकारी स्कूलों में एक साथ सुबह 10 बजे से शुरू होगी। इस पहल को शिक्षा विभाग की ओर से संचालित प्रखर राजस्थान अभियान 2.0 से जोड़ा गया है, जिसके तहत जन सहभागिता बढ़ाने पर विशेष जोर दिया जा रहा है।
स्कूलों में नामांकन बढ़ाने का प्रयास
शिक्षा विभाग के अधिकारियों के अनुसार- मेगा पीटीएम में पढ़ाई के साथ ही बच्चों के सर्वांगीण विकास पर पेरेंट्स से बात की जाएगी। इसी दौरान मिड-डे मिल के तहत श्रीकृष्ण भोग का आयोजन होगा।
किसी स्टूडेंट का जन्मदिन होने पर, अभिभावक की विवाह वर्षगांठ होने पर या अन्य किसी खुशी के मौके पर अभिभावक की तरफ से श्रीकृष्ण भोग का आयोजन होगा। ये एक दिन का श्रीकृष्ण भोग अभिभावक की तरफ से होगा।
मेगा पीटीएम के दिन टीचर्स को नए अभिभावकों को स्कूल से जोड़ने का प्रयास करना होगा इसीलिए श्रीकृष्ण भोग का आयोजन किया जा रहा है ताकि नए अभिभावक भी स्कूल से जुड़ें। स्कूलों में छात्र संख्या व नामांकन बढ़ाने के लिए मेगा पीटीएम में खास प्रयास किए जाएंगे।
स्टूडेंट्स की उपलब्धियों की लगेगी प्रदर्शनी
शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बताया- इस थीम के अंतर्गत स्कूलों में सांस्कृतिक प्रस्तुतियां, वाद-विवाद, निबंध लेखन, चित्रकला और पोस्टर-स्लोगन प्रतियोगिता होगी।
इसके साथ ही स्टूडेंट्स की उपलब्धियों की प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी। इस दौरान टीचर-पेरेंट्स को स्टूडेंट्स की लर्निंग आउटकम, परीक्षा परिणाम और आगामी शिक्षण योजनाओं की जानकारी देंगे।
राष्ट्रीय एकता की लेंगे शपथ
मेगा पीटीएम राष्ट्रीय एकता दिवस 31 अक्टूबर पर होगी। इस मौके पर सभी को राष्ट्रीय एकता की शपथ भी दिलाई जाएगी।
वहीं राष्ट्रीय एकता और सामाजिक सौहार्द पर आधारित लघु फिल्में भी प्रदर्शित की जाएगी ताकि स्टूडेंट्स में एकता और विविधता के मूल्य को मजबूत किया जा सके।




