दुकानों पर लगे ताले, धड़ल्ले से बेच रहे अवैध शराब, बंधी लेने वाले बीकानेर के कई अफसरों पर गिर सकती है गाज - Khulasa Online दुकानों पर लगे ताले, धड़ल्ले से बेच रहे अवैध शराब, बंधी लेने वाले बीकानेर के कई अफसरों पर गिर सकती है गाज - Khulasa Online

दुकानों पर लगे ताले, धड़ल्ले से बेच रहे अवैध शराब, बंधी लेने वाले बीकानेर के कई अफसरों पर गिर सकती है गाज

– संपादक कुशालसिंह मेड़तिया की रिपोर्ट
– जयपुर रोड, जोधपुर बाईपास की होटलों ढाबों में बड़े पैमाने पर हो रही बिक्री
खुलासा न्यूज, बीकानेर। जिले में शराब की 61 दुकानें ऐसी है जहां दिखावटी तौर पर ताले जरूर लगे हुए है लेकिन चोर दरवाजे से धड़ल्ले से अवैध शराब बेची जा रही है। वंचित दुकानों पर बड़े पैमाने पर चल रही शराब की अवैध बिक्री के मामले में आबकारी विभाग के अधिकांश अफसरों की भूमिका संदिग्ध है। अफसरों की इस नाकामी से महज पखवाड़े भर के अंतराल में बंदोबश्त से वंचित दुकानों और इनके आस पास करोड़ो रूपये की शराब बिक गई। ऐसे में माना जा रहा है कि अवैध शराब की बिक्रीपर अंकुश लगाने में नाकाम रहे बीकानेर के कई अफसरों पर विभागीय गाज गिर सकती है और इनका तबादला किया जा सकता है। खुलासा पड़ताल में सामने आया कि शहर में तुलसी सर्किल, सादुल सर्किल, रानी बाजार औद्योगिक क्षेत्र की रोड़ नंबर पांच, बाबूलाल फाटक के नीचे चांदनी बार, मॉर्डन मार्केट, शीतला गेट समेत बीकानेर शहर और ग्रामीण अंचलों में ऐसे कई वार्ड है जहां बंदोबश्त से वंचित दुकानों पर ताले जरूर लगे है लेकिन शराब की बिक्री जारी है। इनमे ज्यादात्तर दुकानें बीकानेर के प्रभावशाली शराब कारोबारी परिवार की होने के कारण आबकारी अफसर कार्यवाही करने में पंगू बने हुए है। इतना ही जयपुर रोड़ और जोधपुर बाईपास की होटलों ढ़ाबों में भी बड़े पैमाने पर शराब की अवैध बिक्री हो रही है।

अभी तक स्टॉक कब्जे में क्यों नहीं लिया, आबकारी अधिकारी की संदिग्ध भूमिका
बीकानेर में शराब की कुल 226 दुकानें है। इनमें 86 दुकानों का नवीनीकरण हो चुका और 165 दुकानें नीलामी में बिक चुकी है, लेकिन शराब की 61 दुकानें ऐसी है जो आबकारी विभाग की तमाम कोशिश के बावजूद नहीं बिक पायी। नियमानुसार इन दुकानों को बंद करवा दिया, लेकिन इनका स्टॉक कब्जे में नहीं लिया गया। इन दुकानों पर अब बचे हुए स्टॉक की शराब के साथ तस्करी की शराब भी बड़े पैमाने पर बेची जा रही है। इसे लेकर आबकारी विभाग के अफसरों को लगातार शिकायतें मिल रही है लेकिन वह कार्यवाही में नाकाम बने हुए है। बंदोबश्त से वंचित दुकानों पर हो रही शराब की अवैध बिक्री से ना सिर्फ सरकार को राजस्व घाटा हो रहा बल्कि अनुज्ञाधारी दुकानदारों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है।

आबकारी आयुक्त ने मांगी रिपोर्ट
बीकानेर में आबकारी बंदोबश्त से वंचित दुकानों पर हो रही शराब की बिक्री पर रोक लगाने के लिये आबकारी आयुक्तालय की ओर से चलाया गया विशेष अभियान भी यहां कारगर साबित नहीं हुआ। इसे लेकर अब आबकारी आयुक्त ने अतिरिक्त आबकारी आयुक्त से रिपोर्ट मांगी है।

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