मनोहर अपहरण की जांच राज्य सरकार ने सीबीआइ को सौंपी है।
पाली। करीब चार वर्ष पूर्व फालना से रहस्यमयी ढंग से गायब हुए नेतरा के मनोहरसिंह राजपुरोहित को ढूंढने की जिम्मेदारी अब राज्य सरकार ने सीबीआइ को दे दी है। इसको लेकर 17 मार्च को सुमेरपुर में पीडि़त परिवार व राजपुरोहित समाज के लोगों ने मामले की जांच सीबीआइ से करवाने के लिए महारैली की थी। इस पर राज्य सरकार ने अब जांच सीबीआइ को सौंपी है। ज्ञात रहे कि 16 वर्षीय मनोहर 23 नवम्बर 2016 को रहस्यमयी ढंग से फालना से लापता हो गया था। वह फालना के एक निजी स्कूल की 12वीं कक्षा में पढ़ता था। वह 23 नवम्बर को बस से फालना गया था। उसके बाद घर नहीं लौटा। पांच से 17 दिसम्बर 2016 के बीच कभी घर के बाहर तो कभी स्कूल के पत्ते पर फिरौती के आठ पत्र पहुंचे थे। लेकिन, ये पत्र किसने भेजे, इसका पुलिस खुलासा नहीं कर पाई थी। मामले की जांच हाल ही में बाली वृत्ताधिकारी हिमांशु जांगिड़ को सौंपी थी। लेकिन, गत दिनों परिजनों ने सीबीआइ से मामले की जांच करवाने के लिए सुमेरपुर में 17 मार्च को महारैली की थी तथा मनोहर को ढूंढने सीबीआइ से जांच करवाने की मांग की थी।