माकन का तीन दिवसीय दौरा खत्म, अगस्त में हो सकता है मंत्रिमंडल विस्तार और फेरबदल
जयपुर . अगले माह में गहलोत मंत्रिपरिषद का फेरबदल और विस्तार हो सकता है. प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी अजय माकन ने आज पीसीसी की बैठक के बाद यह संकेत दे दिए. माकन ने कहा कि कई मंत्रियों ने संगठन में काम करने की इच्छा जताई है यह खुशी की बात है.माकन ने साफ कहा कि विधायकों ने फीडबैक के दौरान खुलकर गहलोत सरकार के कार्यों की तारीफ की. आलाकमान के फैसलों के मुद्दे पर माकन ने कहा कि मैं ही दिल्ली हूं.
माकन ने कहा कि मैं ही दिल्ली हूं:
आज अजय माकन के तीन दिवसीय दौरे का समापन हो गया. जाते जाते वो एक बड़ी बात कह गए मैं ही दिल्ली हूं. कांग्रेस प्रदेश प्रभारी अजय माकन का यह बड़ा बयान सामने आया है. पीसीसी के बाहर पत्रकारों से रूबरू होते हुए अजय माकन से जब पत्रकारों ने पूछा सवाल दिल्ली से कब लिए जाएंगे निर्णय,इस पर माकन ने कहा कि मैं ही दिल्ली हूं.
मंत्रिपरिषद फेरबदल और विस्तार को लेकर दे दिए संकेत:
मैं दिल्ली हूं के अर्थ .. के सियासी अर्थ खोजने में कांग्रेसी जुट गए है. बहरहाल अजय माकन के कहे इन शब्दों का भावार्थ यह कहा जा रहा है कि मेरे जरिए ही घोषणा होगी. किसी को दिल्ली जाने की जरूरत नहीं,दिल्ली के फैसले में आपके सामने मैं आकर बताऊंगा. माकन ने अपने बयानों से मंत्रिपरिषद फेरबदल और विस्तार को लेकर संकेत दे दिए.
कई मंत्रियों ने जताई संगठन में आने की इच्छा:
माकन कहा कि राजनीति में सबकी व्यक्तिगत इच्छा और आकांक्षा होती है लेकिन मुझे ऐसे मंत्री भी मिले. जिन्होंने फीडबैक के दौरान कहा कि हम संगठन में काम को तैयार है. हमें ऐसे लोगों पर गर्व है, मुझे फीडबैक के दौरान कुछ मंत्रियों ने कहा कि कैसे में केंद्र में मंत्री पद छोड़कर संगठन में गया था एआईसीसी में मुझे लाया गया कई मंत्रियों ने संगठन में आने की इच्छा मुझे जताई है. अजय माकन ने गहलोत सरकार के कामकाज को सराहा. माकन ने कहा कि तीन दिन के फीडबैक में मिलकर सरकार लाने के प्रयास पर बातचीत हुई मुझे हर विधायक ने बताया कि उनके विधानसभा में अभूत पूर्व कार्य हुए है,अब जरूरत उपलब्धियों को जनता के बीच ले जाना.
अजय माकन की जयपुर यात्रा के दो बड़े मैसेज:
अजय माकन की जयपुर यात्रा के दो बड़े मैसेज सामने आए है पहला यह कि फिर से पार्टी एकजुट दिखी है. आलाकमान का साफ इशारा है 2023 के चुनाव के मद्देनजर अभी से तैयारी की जाए. माकन का यहीं प्रयास है कि आलाकमान की अथॉरिटी कायम रहे. इसी सोच को बीते तीन दिनों में कांग्रेस सत्ता और संगठन के बीच पहुंचाने का काम माकन ने किया है. अपने प्रयासों में माकन कितने सफल होंगे यह अगस्त माह में होने वाले डेवलपमेंट से पता चल जाएगा.