
एसओजी का बड़ा एक्शन : स्पाई कैमरों और ब्लूटूथ से नकल कर सराकरी नौकरी पाने वाले चार कर्मचारियों को किया गिरफ्तार




एसओजी का बड़ा एक्शन : स्पाई कैमरों और ब्लूटूथ से नकल कर सराकरी नौकरी पाने वाले चार कर्मचारियों को किया गिरफ्तार
जयपुर। स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) ने स्पाई कैमरों और ब्लूटूथ से नकल कर सरकारी नौकरी पाने वाले 4 कर्मचारियों को गिरफ्तार किया है। चारों आरोपियों ने कनिष्ठ लिपिक (ग्रेड- सेकेंड) परीक्षा में चीटिंग के लिए पेपर लीक सरगना से 3 से 5 लाख रुपए में सौदा किया था।
पेपर लीक सरगना ने चीटिंग के लिए स्पेन से स्पाई कैमरे मंगवाए थे। पेपर लीक गिरोह के 2 बदमाश भी अभ्यर्थी बनकर परीक्षा में हिस्सा ले रहे थे, उनको ये स्पाई कैमरे दिए। उन बदमाशों ने पेपर का स्क्रीन शॉट लेकर सरगना को भेजा था।
इसके बाद सरगना ने एक्सपर्ट से प्रश्न पत्र सॉल्व कराया और ब्लूटूथ डिवाइस की मदद से सभी अभ्यर्थियों को आंसर बताए थे। SOG ने रविवार को चारों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर 10 दिसंबर तक रिमांड पर लिया है। फिलहाल SOG की टीम चारों आरोपियों से पूछताछ कर रही है।
SOG के एडीजी विशाल बंसल ने बताया- साल 2022 में राजस्थान हाईकोर्ट जोधपुर की ओर से कनिष्ठ न्यायिक सहायक लिपिक ग्रेड सेकेंड और सहायक लिपिक ग्रेड-सेकेंड की संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा आयोजित हुई थी। साल 2022 में आयोजित हुए ईओ-आरओ एग्जाम में अनुचित साधनों का यूज करने की सूचना पर एसओजी ने जांच शुरू की थी।
इस दौरान कई संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया था। पूछताछ में सामने आया कि पेपर लीक सरगना पौरव कालेर और उसके साथी तुलसाराम कालेर ने अभ्यर्थियों से लाखों रुपए लेकर ब्लूटूथ डिवाइस के माध्यम से रियल टाइम में आंसर बताए थे।
एसओजी के डीआईजी देशमुख परिस अनिल के नेतृत्व में विशेष टीम गठित की गई। इसके बाद सभी परीक्षाओं की जांच की गई। जांच में सामने आया कि हाईकोर्ट कनिष्ठ लिपिक परीक्षा का पेपर भी आउट कर इसी गिरोह ने नकल करवाई थी।
सरगना पौरव कालेर ने दिनेश कुमार निवासी रूखासर (चूरू) से 3 लाख, मनोज कुमार बोरान निवासी श्यामपुरा (सीकर) से 4 लाख, रमेश कुमार निवासी रेबारी बास (चूरू) से 5 लाख और मनीष बुडिया निवासी छापरी खुर्द, नागौर से 3 लाख रुपए में सौदा किया था।




