
बीकानेर: किसान को पता नहीं, 2.75 लाख का उठाया लोन, जांच शुरू हुई तो जमा की रकम





बीकानेर: किसान को पता नहीं, 2.75 लाख का उठाया लोन, जांच शुरू हुई तो जमा की रकम
नोखा के जसरासर में एक किसान के नाम से फर्जी तरीके से 2,75,200 रुपए का लोन उठा लिया गया। किसान सरकारी बैंक में केसीसी बनवाने पहुंचा तो उसे पता चला कि केसीसी तो पहले ही बन चुकी है। फर्जीवाड़े की छानबीन होने लगी तो किसान के नाम से लोन की बकाया रकम जमा करा दी गई। पीड़ित किसान ने धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज करने के लिए जसरासर पुलिस थाने में रिपोर्ट दी है और लोकपाल रिजर्व बैंक को भी शिकायत भेजी है। जसरासर में गजसुखदेसर निवासी जगदीशप्रसाद जाट का जसरासर एसबीआई शाखा में खाता है जिसमें आधार कार्ड, पैन कार्ड व अन्य कागजात जमा हैं। इस कागजातों का दुरुपयोग कर 27 सितंबर, 24 को जगदीश के नाम से 2,75,200 रुपए का लोन उठा लिया गया। यह राशि जगदीश के नाम से ही खोले गए फर्जी खाते में ट्रांसफर हुई। 27 जुलाई को जगदीश जसरासर एसबीआई में केसीसी बनवाने गया तो बैंक कार्मिकों ने कहा कि केसीसी तो पहले हो चुकी है। उसके नाम से ट्रैक्टर का 2,75,200 रुपए का लोन स्वीकृत है। इसमें 38000 रुपए और 12735 रुपए की दो किश्तें जमा भी कराई गई हैं। अब 2.13 लाख रुपए बकाया है। इस फर्जीवाड़े का पता चलते ही जगदीश के होश उड़ गए।
उसने सरपंच रामनिवास तर्ड को फर्जीवाड़े की जानकारी दी और ग्रामीण जसरासर बैंक पहुंचे। वहां से कार्मिकों ने पूरी जानकारी के लिए बीकानेर एसबीआई की पीपी ब्रांच भेज दिया जहां से स्टेटमेंट निकलवाकर जानकारी ली गई तो सामने आया कि उसके नाम से लोन की बकाया राशि 2,21,454 रुपए जमा करवा दिए गए हैं। बैंक अधिकारियों ने अदाणी कैपिटल प्राइवेट लि. के नाम से ट्रैक्टर लोन लेना बताया। लोन कैसे उठा, राशि जमा कराने के लिए बैंक में फर्जी खाता कैसे खुला, मामला उजागर होने पर उसे दबाने के लिए बकाया किश्तों की राशि किसने, कैसे जमा करा दी, इसका खुलासा नहीं हुआ है।

