एक दिवसीय यात्रा में रूबरू हुए बीकानेर के साहित्य, इतिहास और संस्कृति । - Khulasa Online एक दिवसीय यात्रा में रूबरू हुए बीकानेर के साहित्य, इतिहास और संस्कृति । - Khulasa Online

एक दिवसीय यात्रा में रूबरू हुए बीकानेर के साहित्य, इतिहास और संस्कृति ।

खुलासा न्यूज़ लूणकरणसर

बीकानेर संवाददाता लोकेश कुमार बोहरा।
लूणकरणसर
आँखों में ऊंचाईयां छूने का हौंसला, पांवो में लक्ष्य पाने की स्फूर्ति और मन में जिज्ञासा लिए किशोर ‘हमारी मुठ्ठी में आकाश सारा’ की हुंकार भरते नज़र आए। अवसर था लूनकरणसर इक्कीस कॉलेज,गोपल्याण के विद्यार्थियों की एक दिवसीय साहित्यिक,ऐतिहासिक और सांस्कृतिक यात्रा का। इसके अंतर्गत बीकानेर की यात्रा पर निकले विद्यार्थियों ने राजस्थान प्राच्य विद्या प्रतिष्ठान पहुँचकर सैंकड़ों साल पुरानी पांडुलिपियों को टटोला। इस मौके पर वरिष्ठ अनुसंधान अधिकारी डॉ.नितिन गोयल ने सदियों पुरानी पांडुलिपियों को संरक्षित रखने के साथ-साथ जैन एवं राजस्थानी साहित्य के सांस्कृतिक, ऐतिहासिक तथा कला पक्षों से रूबरू करवाया। वहीं गोयल ने प्रकाशन से जुड़ी जानकारी भी विद्यार्थियों को दी। इक्कीस कॉलेज का यह पच्चीस सदस्यीय भ्रमण दल संस्थान के डॉ.हरिमोहन सारस्वत ‘रूंख’, साहित्यकार राजूराम बिजारणियां, संस्थान अध्यक्ष आशा शर्मा की अगुवाई में बीकानेर के ऐतिहासिक पृष्ठों को जानने, समझने के लिए जूनागढ़ और लालगढ़ स्थित म्यूजियम भी पहुँचा। बीकानेर रियासत से जुड़े विभिन्न पहलुओं को विद्यार्थियों ने समझने की कोशिश की। तत्पश्चात बीकानेर के विभिन्न दर्शनीय स्थलों पर भी यह दल पहुँचा। डॉ.हरिमोहन सारस्वत ने सम्पूर्ण व्यक्तित्व विकास के लिए किताबी ज्ञान के अलावा इस प्रकार की सृजनात्मक  प्रवृति की आवश्यकता बताई वहीं राजूराम बिजारणियां ने जीवन मूल्यों के  विकास के लिए शिक्षण व्यवस्था में कला,  साहित्य, संगीत और खेलकूद विधाओं और गतिविधियों को पर्याप्त महत्व देने की बात कही, तो आशा शर्मा ने अंको की अंधी प्रतिस्पर्द्धा के  इस दौर में ऐसे भ्रमण की आवश्यकता जताई। इस दल में दुर्गा शर्मा, रवीना बिजारणियां, सुनीता, अनिता, ममना पूनियां, रोशनी, भानू, आईना, तनिषा शर्मा, वंदना, दामोदर, गजानन्द, जसवंत शर्मा, अंकित, तिलोक, दीपक, गरिमा, मुकेश गोदारा, भीमसेन, राजकुमार स्वामी, कबीर और स्नेहा चौधरी शामिल रहे।

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