Gold Silver

शराब ठेकेदारों का शराब की दुकानों से मोह भंग,बीकानेर जॉन में केवल इतनी दुकाने ही हुई रिन्यू, 23 फरवरी है अंतिम तिथि

शराब ठेकेदारों का शराब की दुकानों से मोह भंग,बीकानेर जॉन में केवल इतनी दुकाने ही हुई रिन्यू, 23 फरवरी है अंतिम तिथि

बीकानेर। पूर्व में शराब की दुकानें लेने के लिए मारामारी हुआ करती थी, लेकिन अब हालात यह है कि ठेकेदार रिन्यू ही नहीं करा रहे बीकानेर जोन में दुकानों का आंकड़ा 50 प्रतिशत भी नहीं छू पाया है। जोन के बीकानेर, श्रीगंगानगर हनुमानगढ़ और चूरू जिलों में शराब की कुल 1208 दुकानें हैं, लेकिन इनमें से 50 प्रतिशत भी रिन्यू नहीं हो पाई हैं। लगातार तीसरे साल शराब की दुकानें रिन्यू की जा रही हैं, लेकिन शराब ठेकेदारों ने इस साल हाथ खींच लिए हैं। चारों जिलों में अब तक कुल 427 दुकानें ही रिन्यू हो पाई हैं। ठेकेदारों को 23 फरवरी तक दुकानें रिन्यू करानी है। उसके बाद शेष रही दुकानों को 27 व 29 फरवरी को ऑक्शन किया जाएगा।

वर्तमान वर्ष में शराब की दुकानों की स्थिति

बीकानेर  में 226 दुकानों में से 220 ही उठीं 6 रह गई थी, श्रीगंगानगर 237 दुकानों में से 231 उठीं, 6 रह गई . हनुमानगढ़ 360 दुकानों में से 358 उठीं, 2 रह गई थी . अनूपगढ़ 172 दुकानों में से 169 उठीं 3 रह गई थी।

लाखों रुपए बचाने की फिराक में शराब ठेकेदार
शराब ठेकेदार दुकानें रिन्यू नहीं कराने के बाद ऑक्शन में लेकर लाखों रुपए बचाएंगे। जो दुकानें 23 फरवरी तक रिन्यू नहीं होंगी, उन्हें 27 और 29 फरवरी को ऑक्शन | किया जाएगा। रिन्यू कराने पर दुकानदारों को एक प्रतिशत रिन्यूअल फीस देनी होती है। यानी कि एक करोड़ की दुकान है। तो एक और पांच करोड़ की है तो पांच लाख रुपए जबकि ऑक्शन में दुकान चाहे एक करोड़ की हो या पांच करोड़ की, केवल एक लाख रुपए ही देने होंगे। इसलिए ठेकेदार जानबूझकर भी रिन्यू नहीं करा रहे । इसके अलावा अनेक दुकानें ग्रुप में चल रही हैं। ग्रुप के लोगों में आपसी विवाद के कारण भी दुकानें रिन्यू नहीं हो रही हैं।

Join Whatsapp 26