
नेतृत्वकर्ता देवीसिंह भाटी बधाई के हकदार, पूरे प्रदेश में की जानी चाहिए इस तरह की पहल






पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी के नेतृत्व में मंगलवार को बीकानेर गोचर संयुक्त सुरक्षा समिति ने कऱीब 30 किलोमीटर में गोचर का सर्वे किया। यह सर्वे गंगाशहर, भीनासर की गोचर के लिए किया गया था। इससे पहले सरेह नथानिया का सर्वे किया जा चुका है। गोचर के इस सर्वे में प्रतिनिधियों ने वनस्पति, चारागाह, वर्षा जल संरक्षण और पौधरोपण के काम देखे। भीनासर गोचर में कींकर की बहुलता पर चिंता जताई गई। इसके अलावा सेवण घास, तुम्बे, फोग, खेजड़ी लगाने और बेकार वनस्पति हटाने और दोनों गोचर में बने तालाबों के आगोर बढ़ाने का का फैसला लिया। तालाब के चारों तरफ बड़, पीपल, सेंजना लगाने का निर्णय भी लिया गया। यह सर्वे गोचर विकास के प्रस्तावित मॉडल को मूर्त रूप देने के लिहाज से किया गया था। पूरी गोचर में वनस्पति, चारागाह, वन्य जीव-जंतुओं के संरक्षण को कार्य योजना में शामिल किया गया है। इसके अलावा गोचर में अतिक्रमण और सड़कों के पास कटाव को भी देखा गया। संयुक्त समिति के प्रतिनिधियों 10 वाहनों में पूरी टीम के साथ इस सर्वे को अंजाम दिया। इस सर्वे टीम में पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी के साथ संयुक्त समिति के मूलचन्द सामसुखा, बंशीलाल तंवर, शिवकुमार रंगा, निर्मल बरडिय़ा, पूर्व न्यास अध्यक्ष महावीर रांका, मन्नू बाबू सेवग, राजेन्द्र सिंह, कैलाश सोलंकी, झंवर गहलोत समेत अन्य लोग शामिल हुए। इस सर्वे के बाद जल्द ही गोचर विकास मॉडल को मूर्त रूप देने का काम शुरु किया जाएगा। साथ ही गंगाशहर गोचर की चार दीवारी बनाने की तैयारियां भी ज़ोरों-शोरों से चल रही है।
पिछले काफी समय से पूर्व मंत्री देवीसिंह भाटी गौ संरक्षण, पानी बचाने, शिक्षा सुरक्षा जैसे तमाम मुद्दों को लेकर नेतृत्व कर रहे है। वाकई में तस्वीर बदल रही है। जिले में एक ऐसा इतिहास रचा गया है जिसकी कोई कल्पना भी नहीं कर सकता है। इनके लिए देवीसिंह भाटी बधाई के हकदार है। ऐसी पहल पूरे प्रदेश में की जानी चाहिए।


