
दहेज के लिए घर की लक्ष्मी को किया बेघर






बीकानेर। सरकारें भले ही दहेज प्रथा को कम करने के प्रयासों के दावे करती है परन्तु प्रशासनिक व राजनीतिक उदासीनता के चलते ये प्रथा कम होने का तो नाम नहीं ले रही वरन लगातार घर परिवार भी उजाड़ते हुए बच्चों के जीवन को भी दुश्वार बना रही है। आज क्षेत्र में तीन युवतियों ने ससुराल वालों के खिलाफ दहेज के लिए तंग परेशान करने के आरोप लगाते हुए थाने में मुकदमे दर्ज करवा पुलिस से न्याय दिलवाने की मांग की है। तीनों युवतियों ने ससुराल वालों पर दहेज के लिए घोर मानसिक व शारीरिक प्रताडऩा देने और दहेज की मांग पूरी नहीं होने पर जीना मुश्किल कर देने का आरोप लगाया। थानाधिकारी वेदपाल शिवराण ने बताया कि श्रीडूंगरगढ़ निवासी 25 वर्षीय पुष्पा पत्नी छोटूदास स्वामी निवासी सेरूणा व उसकी बहन 21 वर्षीय टीना पत्नी देवकिशन स्वामी निवासी सेरूणा ने देवकिशन, छोटूदास, जु्गलकिशोर पुत्र मालदास स्वामी पर आरोप लगाते हुए पुलिस को बताया कि विवाह के बाद से ही दोनों बहनों को दहेज कम लाने के ताने देने लगे। दहेज में सभी सामानों के साथ टीना के पुत्र तथा पुष्पा के पुत्री के जन्म पर परिजनों ने काफी सामान दिया परन्तु दो लाख नगदी व मोटरसाइकिल की मांग करते हुए ससुराल में प्रताडि़त कर दोनों को बच्चों सहित घर से निकाल दिया। समाजिक पंचो द्वारा समझाईश कर परिजनों ने दोनों बहनों को ससुराल भेजा परन्तु आरोपियों का रवैया नहीं सुधरा व बार बार मारपीट करते रहें तथा दोनों बहनों की लज्जा भंग कर मारपीट कर टीना व पुष्पा को घायल कर दिया जिसका ईलाज भी सरकारी अस्पताल में चला। वहीं क्षेत्र के गांव धोलिया निवासी 25 वर्षीय युवती छोटूदेवी ने अपने पति प्रभूराम पुत्र सांवताराम मेघवाल निवासी खारड़ा पर आरोप लगाया कि विवाह के समय से ही एक मोटरसाइकिल, एक भैंस व 31 हजार नगद रूपए के लिए ताने देने लगे व मारपीट करने लगे। तथा पुत्र नहीं होने व पुत्री जन्म पर भी घोर मानसिक प्रताडऩा दी व मांग पूरी नहीं करने पर ससुराल नहीं ले जाने की धमकी दी। रिश्तेदारों की समझाईश से भी बात नहीं बनी और युवती ने अपना स्त्रीधन दिलवा कर तलाक के लिए पुलिस को अर्जी दी है।


