
हाइवे पर चलने वाले वाहनों पर लगी लेजर लाइटें, बढ़ रहे हैं हादसे, पुलिस ने वाहनों पर लगी लेजर लाइट हटवाई







हाइवे पर चलने वाले वाहनों पर लगी लेजर लाइटें, बढ़ रहे हैं हादसे, पुलिस ने वाहनों पर लगी लेजर लाइट हटवाई
बीकानेर। हाई बीम लाइट लगाकर रातों को राष्ट्रीय राजमार्गों पर चलने वाले वाहनों की वजह से दुर्घटनाओं में जहां अनमोल जीवन कल कवलित हो रहे हैं। वहीं आर्थिक रूप से भी नुकसान हो रहा है। राजमार्गों पर चलने वाले ओवरलोड ट्रक, लंबी दूरियों की बसें और सभी छोटे वाहनों में आंखों को चौंधिया देने वाली लाइटें लगी होने के कारण सामने वाले वहां को अंदाजा से ही चलना पड़ता है। आंखों पर उसकी लाइट पडऩे से उसे कुछ दिखता नहीं है जिसके कारण से दुर्घटनाएं बढ़ रही है।
बठिंडा से जैसलमेर, जम्मू, हरियाणा, पंजाब से मध्यप्रदेश, गुजरात जाने वाले वाहनों के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग मौत का मार्ग बना हुआ है। आजकल काफी वाहनों में अपने मर्जी से वाहन स्वामी लेजर लाइट कर रखते हैं। अलग-अलग तरह के कलर की एलईडी लाइट भी लगी रहती है। बसों और ट्रकों पर अमूमन 8 से 10 तेज लेजर लाइट लगाना एक चलन-सा बन गया है।
जानकार और विशेषज्ञों की माने तो इस तेज रोशनी से बहुत बड़े नुकसान होता है जिनमें दृष्टि की समस्या प्रमुख है। सफेद बल्ब की तेज रोशनी से दृष्टि की समस्या हो सकती है। खासकर रात के समय जब आंखें अधिक संवेदनशील होती है। सफेद बल्ब की तेज रोशनी से आंखों में दर्द हो सकता है और आंखें लाल हो सकती हैं। सफेद बल्ब की तेज रोशनी से एकाग्रता की समस्या हो सकती है। खासकर ड्राइविंग करते समय। सफेद बल्ब की तेज रोशनी से अन्य वाहनों को परेशानी होती है। खासकर जब वे सामने से गुजर रहे होते है तब। सफेद बल्ब की तेज रोशनी से दुर्घटना का खतरा बढ़ सकता है। सफेद बल्ब की तेज रोशनी से हादसे होने का खतरा 50 प्रतिशत बढ़ सकता है।
राजमार्ग पर चलने वाले भारी वाहनों पर हाई बीम लाइटों के खिलाफ लूणकरणसर थाने में दो दिनों में कार्रवाई की है और आगे भी की जाएगी। वही भारत माला सडक़ पर भी आने वाले दिनों में कार्रवाई की जाएगी। नरेंद्र पुनिया, पुलिस उप अधीक्षक लूणकरणसर।


