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आखातीज पर पतंगबाजी बनी जानलेवा, चाइनीज मांझे से 20 से ज्यादा लोग घायल, सात की हालत गंभीर

आखातीज पर पतंगबाजी बनी जानलेवा, चाइनीज मांझे से 20 से ज्यादा लोग घायल, सात की हालत गंभीर

खुलासा न्यूज़। राजस्थान का ऐतिहासिक शहर बीकानेर बुधवार को अपने 538वें नगर स्थापना दिवस और आखातीज के पर्व पर रंग-बिरंगे उल्लास में डूबा रहा। आसमान में पतंगों की रंगीन परतें और ‘वो काट्या’ की गूंज ने हर गली और मोहल्ले को त्योहार के उत्साह से भर दिया। सुबह से ही छतों पर बच्चे, युवा, महिलाएं और बुजुर्ग पतंगबाजी में मशगूल नजर आए। लू और गर्मी की परवाह किए बिना लोगों ने परंपरागत जोश से इस पर्व को मनाया।

लेकिन इस उल्लास में तब खलल पड़ा जब चाइनीज मांझे ने कई लोगों के लिए यह पर्व दर्दनाक बना दिया। शहर के अलग-अलग इलाकों से लोग घायल अवस्था में पीबीएम अस्पताल के ट्रोमा सेंटर पहुंचने लगे। दोपहर तक अस्पताल में 20 से अधिक घायल भर्ती किए जा चुके थे, जिनमें से सात लोगों की हालत बेहद गंभीर बताई जा रही है।

गर्दन पर कट और गहरी चोटें, कइयों को लगे टांके
पीबीएम ट्रामा सेंटर के प्रभारी डॉ. कपिल ने जानकारी दी कि घायल हुए लोगों में से अधिकतर की गर्दन पर गहरे कट लगे हैं। कई घायलों की हालत चिंताजनक थी, जिन्हें तुरंत ऑपरेशन थिएटर में ले जाकर उपचार शुरू किया गया। गंभीर रूप से घायल लोगों में बीछवाल निवासी लालूराम, उत्तर प्रदेश निवासी धीरज, 21 वर्षीय राजाराम, 25 वर्षीय पवन, 20 वर्षीय सलमान और 23 वर्षीय पुनीत शामिल हैं। डॉक्टरों ने चेताया कि गर्दन पर चाइनीज मांझे से लगा गहरा कट जानलेवा भी हो सकता है। फिलहाल सभी मरीजों की हालत स्थिर है लेकिन उन्हें निगरानी में रखा गया है।

निषेधाज्ञा के बावजूद खुलेआम बिक रहा चाइनीज मांझा
चाइनीज मांझे पर प्रशासनिक प्रतिबंध के बावजूद उसकी खुलेआम बिक्री और उपयोग ने व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। हर साल पतंगबाजी के इस पर्व पर यह मांझा किसी न किसी के जीवन को संकट में डालता है, लेकिन इस पर प्रभावी रोक लगाने में प्रशासन लगातार विफल रहा है। प्रतिबंध के बावजूद दुकानों और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर यह घातक मांझा उपलब्ध रहता है, जिससे हादसों का खतरा बढ़ जाता है।

त्योहार का उत्साह बना हादसों का कारण
बीकानेरवासियों के लिए आखातीज केवल धार्मिक पर्व नहीं, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक उत्सव भी है। लेकिन जब इसी उत्सव के दौरान जान जोखिम में पड़ जाए, तो यह परंपरा भय का कारण बन जाती है। बुधवार को शहर के विभिन्न हिस्सों में पतंग उड़ाने वाले बाइक सवार, राहगीर और छतों पर मौजूद लोग मांझे से घायल हुए। कुछ बच्चों के भी मामूली रूप से घायल होने की खबरें आई हैं, हालांकि उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।

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