खाजूवाला ट्रिपल मर्डर मामला : पुलिस ने पूरे प्रकरण का किया खुलासा, मुख्य आरोपी तांत्रिक सहित कई आरोपी गिरफ्तार

खाजूवाला ट्रिपल मर्डर मामला : पुलिस ने पूरे प्रकरण का किया खुलासा, मुख्य आरोपी तांत्रिक सहित कई आरोपी गिरफ्तार

खुलासा न्यूज बीकानेर। जिले के खाजूवाला में हुए ठगी, लूट और ट्रिपल मर्डर प्रकरण में पुलिस ने आज खुलासा कर दिया है। प्रकरण में मुख्य आरोपी सहित आठ लोगों को गिरफ्तार किया है। जिसमें मृतक गफ्फार का जवाई भी शामिल है। दरअसल, ये मामला पहले ठगी का था, लेकिन बाद में पीडि़तों ने ही तांत्रिक को मौके से भगाकर पैसे गायब कर दिए थे और बाद में यह बताया कि तांत्रिक पैसे लेकर भाग गया। प्रकरण में तांत्रिक की ओर से दिया गये प्रसाद के सेवन से तीन लोगों की की जान चली गई थी। पुलिस अधीक्षक कावेंद्र सिंह सागर ने शुक्रवार शाम इस पूरे मामले का खुलासा किया। एसपी के अनुसार इस पूरे मामले में गफ्फार खान ने ही दो-तीन लोगों को फंसाकर उन्हें रुपए डबल, ट्रिपल करने का झांसा दिया था। गफ्फार को ये झांसा शैतानसिंह ने दिया था। शैतान सिंह अजमेर में ये ठगी करने का प्रयास कर चुका था, लेकिन सफलता नहीं मिली। उसने अगला शिकार गफ्फार को बनाने का प्रयास किया। इसी प्रयास में उसकी व गफ्फार दोनों की जान चली गई। शैतान सिंह ने एक योजना बनाकर गफ्फार खान को समझाया। उसका कहना था कि पचास लाख रुपए का प्रबंध कर लो, फिर करोड़ों रुपए में खेलेंगे। अपनी संपत्ति के नाम पर गफ्फार ने पचास लाख रुपए एकत्र भी कर लिए। इसके बाद शैतान सिंह और विक्रम सिंह को बता दिया।

 

50 हजार के एक लाख कर जीता विश्वास
घटनाक्रम के अनुसार 50 लाख रूपये के प्रबंध होने पर गफ्फार ने शैतान सिंह को खाजूवाला बुला लिया। 9 जून को कर्नाटक निवासी बी, शिवा स्वयं रामस्वरूप, मनोज वर्मा, शैतानसिंह, विक्रमसिंह के साथ गफार खां के घर पर पहुंच गए। वहां पर तांत्रिक बी शिवा ने 50 हजार रुपए के एक लाख रूपये (डबल) करके दिखाये। गफार खां व राजेंद्र पूनियां निवासी खाजुवाला को विश्वास हो गया। 5 लाख रूपये राजेंद्र पूनियां चौधरी मेडिकल वाले ने प्रबंध कर गफार खां को सुपुर्द कर दिए। गफार खां ने 45 लाख रूपये का अन्य स्थान से प्रबंध किया। उसके बाद तांत्रिक क्रियाएं चलती रहीं। 12 जून को की रात को तांत्रिक बी शिवा ने गफ्फार खान के घर तंत्र विद्या कर रुपए डबल करने का नाटक शुरू किया। बी शिवा ने प्रसाद के रूप में हलवा तैयार किया और उसे घातक बनाने के लिए उसमें धतूरे के बीज पीसकर डाल दिए। उसमें नशे की गोलियां भी मिला दीं। हलवा गफार खां, शैतानसिंह, विक्रमसिंह, रामस्वरूप, राजेंद्र पूनियां, मनोज वर्मा, सलमान खां को खिला दिया। हलवा खाने से उक्त सभी बेहोश हो गए। सलमान खां को उल्टी होने से व हलवा कम खाने के कारण वह बेहोश नहीं हुआ। रात को करीब ढाई बजे गफार खां की तबीयत खराब होने पर उसके बेटे सलमान खान ने अपनी मां व घरवालों, रिश्तेदारों को बुला लिया। जिस पर उन्होंने घर आकर देखा तो गफार खां की तबीयत ज्यादा खराब थी। इसी दौरान तांत्रिक रुपए लेकर फरार होने का प्रयास कर रहा था। मृतक के परिजनों ने तांत्रिक बी शिवा से पूछताछ की तो वो बहाने करने लगा व गफार खां के घरवालों को शक हुआ तो बी.शिवा से 50 लाख रुपए हड़पने का प्लान बनाया। घर वालों ने सोचा की गफार खां वगैरह ने कोई नशा कर लिया है सुबह तक इनको होश आ जायेगा। उसे होश नहीं आया तो पीबीएम अस्पताल ले गए, जहां उसे मृत घोषित कर दिया।

 

तांत्रिक से मोबाइल छीनकर मारपीट कर मौके से भगा दिया
इस दौरान मृतक गफार खां के परिजनों ने तांत्रिक बी शिवा के दोनों मोबाइल छिन लिए और उसके साथ मारपीट करके उसे भगा दिया। युसुफ पुत्र मोहम्मद यार ने उसे अपनी मोटर साईकिल पर बैठाकर सुबह पांच बजे राजीव सर्किल खाजुवाला पर छोड़ दिया । युसुफ की इस कार्यवाही में जाफर पुत्र मोहम्मद यार और सलमान पुत्र गफार खां ने मदद की। सुबह होश आने पर रामस्वरूप व डॉ. मनोज वर्मा को गफार के परिजनों ने भगा दिया जिस पर वह बस में बैठकर बीकानेर होते हुए मेडता रोड़ तक पहुंचे। शैतानसिंह, विक्रमसिंह को सलमान ने प्राइवेट टैक्सी कर रवाना किया। रास्ते में विक्रम और शैतान सिंह की भी मौत हो गई।

 

बताई झूठी कहानी

गफार खां की तबीयत ज्यादा खराब होने के कारण उसे अस्तपाल ले गए जहां रास्ते में गफार खां की मृत्यु हो गई। रास्ते में ही शैतानसिंह और विक्रमसिंह की भी मृत्यु हो गई। मृतक गफार खां के बेटे सलमान खां ने तांत्रिक बी शिवा व उसकी तांत्रिक टीम द्वारा गफार खां आदि को हलवे में जहरीला पदार्थ खिलाने से गफार खां, शैतानसिंह, विक्रमसिंह की मृत्यु होना बताया व तांत्रिक बी शिवा के द्वारा 50 लाख रूपये व जेवरात व घर में रखे रूपये लूटकर ले जाना बताया, जो कि पुलिस की जांच में झूठ निकली।

 

इक_े किए 50 लाख रुपए किए बरामद
पुलिस ने गफार खां के बेटे सलमान खां के कब्जे से 40 लाख रूपये मय कार बरामद की। मृतक गफार खां के दामाद मुस्ताक से 10 लाख रुपए और तांत्रिक बी शिवा के दो मोबाइल जब्त किये गए। मृतक गफार के साली के बेटे युसुत्र पुत्र मोहम्मद यार निवासी बेरियांवाली को तांत्रिक बी शिवा को भगाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। तांत्रिक टीम के सदस्य रामस्वरूप चौधरी व मनोज वर्मा, जितेंद्र तिवारी, धर्मेंद्र कुमार राम को गिरफ्तार किया है। जितेंद्र तिवारी और धर्मेंद्र कुमार राम की गिरफ्तारी उत्तरप्रदेश पुलिस की मदद से की गई। इस मामले में अब बी शिवा व उसके ड्राइवर रामू माला को तेलंगाना पुलिस के सहयोग से निजामाबाद से गिरफ्तार किया गया है।

 

प्रकरण के खुलासे में इनकी रही अहम भूमिका
खाजूवाला सीओ अमरजीत चावला, खाजूवाला सीआई सुरेन्द्र प्रजापत, पूगल एसएचओ पवन सिंह, दंतौर एसएचओ जेठाराम मेघवाल सहित साईबर सैल के एएसआई दीपक यादव की अहम भूमिका रही।

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