केजरीवाल की गिरफ्तारी :आजाद भारत के इतिहास में काले दिन से नाम से जाना जायेगा: पूनित ढाल
बीकानेर। देश में पहली बार आचार संहिता लगने के बाद देश के सबसे लोकप्रिय नेता एवं आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल को असवैधानिक तरीके से केन्द्र सरकार के ईशारे पर ई.डी. के द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया है। यह दिल्ली की जनता के मत और समर्थन का अपमान है। आजाद भारत के इतिहार में काले दिन के नाम से जाना जायेगा। देश में आपातकाल से बुरी स्थिति आ गई है।
देश के तानाशाही मोदी सरकार कट्टर ईमानदार पार्टी और उसके ईमानदार नेताओं व उनके जनहितार्थ किये गये कार्मों से बुरी तरह घबराई और बोखलाई हुई है इसलिए रोज नये नये हथकडे एवं पैतरे अपनाकर जन भावनाओं को दरकिनार करते हुए ई.डी. के माध्यम से कुचलते का निरन्तर प्रयास कर रही है व उसी के तहत केजरीवाल जी को गिरफ्तारी कर लिया गया है। यह स्पष्ट रूप से केन्द्र सरकार तानाशाही और डर को इंगित करता है।
केजरीवाल सरकार के वर्ड क्लॉस स्कूल, हास्पीटल, बिजली पानी व अन्य जनहितार्थ बुनियादी सुविधाओं ने बीजेपी के नेताओं का दिन का चैन व रात की नींदे उड़ा रखी है। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय पार्टी बनने के बाद व केजरीवाल का नाम आते ही बीजेपी एक-एक कर सभी भ्रष्ट नेताओं को अपनी पार्टी में शामिल कर उन्हे ईमानदार होने का सर्टिफिकेट बांट रही है और दूसरी ओर भ्रष्टाचार पर जीरो टोलरेन्स की बड़ी-बड़ी डींगे दिन रात इनके नेता हांकते रहते है। देश तानाशाही की ओर बढ़ चुका है अगर इसे समय रहते नहीं रोका गया तो देश का जनतंत्र खत्म हो जायेगा।
वर्तमान केन्द्र सरकार द्वारा जो विभिन्न तरह के कानून जिसमें पीएमएलए, इलेक्ट्रोल बॉड व सूचना के अधिकार कानून आदि का पतन चोर रास्ते से लाकर केन्द्र की सरकार विपक्ष का खत्म करना चाहती है जो कि मूल संविधान के विपरीत है जिसकी पुष्टि सुप्रीम कोर्ट द्वारा भी की जा चुकी है। अत: आपसे विनम्र आग्रह है कि केन्द्र के इशारों पर ईडी की अवैधानिक कार्यवाही पर स्वत: सज्ञान व आम आदमी पार्टी के सभी नेताओं को रिहा करे ताकि देश के लोकतंत्र की रक्षा की जा सके। लेवे