जोमेटो ने की ठगी,ऑर्डर के बाद नहीं पहुंचाया सामान - Khulasa Online जोमेटो ने की ठगी,ऑर्डर के बाद नहीं पहुंचाया सामान - Khulasa Online

जोमेटो ने की ठगी,ऑर्डर के बाद नहीं पहुंचाया सामान

बीकानेर। जब से ऑनलाईन का व्यापार शुरू हुआ है,वैसे उपभोक्ताओं को तो सुविधा हुई है। परन्तु ऑनलाईन ठगी के मामले दिनों दिन बढ़ते ही जा रहे है। जिसमें नामी कंपनियां भी शामिल है। एक ऐसा ही मामला बीकानेर में भी सामने आया है। जिसमें जोमेटो ने उपभोक्ता से ऑर्डर देने के बाद न तो डिलवरी की ओर न ही रूपये वापिस किये। जब इस उपभोक्ता ने कंपनी के आलाधिकारियों से बातचीत की तो उन्होनें तो टूक जबाब दे दिया कि ऑर्डर कैसिंल करने पर रूपये वापिस नहीं लौटाएं जाएंगे। मिली जानकारी के अनुसार व्यासों के चौक निवासी मनमोहन व्यास ने 1 नवम्बर को जोमेटो को बिना प्याज के दाल व सब्जी का ऑर्डर दिया। जिसके आधार पर कंपनी ने आई डी संख्या 20 64734546 स्टेशन रोड स्थित लालजी हॉटल से ऑर्डर देने की बात कही और 683 रूपये का भुगतान करने को कहा। जो कर दिया गया। जब समय अवधि पर ऑर्डर दिया गया सामान नहीं पहुंचा तो लालजी होटल पर संपर्क किया गया। जहां व्यास को पता चला कि लालजी होटल में ऑर्डर तो आया है किन्तु भुगतान नहीं हुआ है। जिस वजह से डिलवरी नहीं हो पाएगी।
ऐसे में व्यास परिवार के प्रतिनिधि ने जोमेटो का ऑर्डर निरस्त कर लालजी होटल से नकद भुगतान देकर सामान खरीद लिया।

शिकायत के बाद भी सन्तुष्टपूर्ण जबाब नहीं
बताया जा रहा है कि अगले दिन जब मनमोहन व्यास ने कंपनी के स्थानीय प्रतिनिधी से संपर्क साधा तो जेमोटो के प्रतिनिधी ने किसी प्रकार का संतुष्टिपूर्ण जबाब नहीं दिया। जिसके बाद व्यास ने कंपनी के मुख्य कार्यालय पर मेल डालकर ऑर्डर नहीं देने की एवज में पूरा भुगतान करने का आग्रह किया। जिस पर कंपनी ने साफ तौर पर ऑर्डर की राशि लौटाने से मना कर दिया। कंपनी ने तर्क दिया कि ग्राहक की ओर से अगर ऑर्डर निरस्त किया जाता है तो कंपनी रूपये नहीं लौटाती क्योंकि फिर उस खाने को वेस्ट समझकर फैंकना पड़ता है।

डिलवरी ही नहीं कि ओर खाने को बता दिया वेस्ट
व्यास ने बताया कि जेमोटो को बुक करवाएं गए खाने के सामान की जेमोटो प्रतिनिधि ने डिलवरी ही नहीं की। यानि जेमोटो प्रतिनिधि व्यास के घर तक पहुंचे ही नहीं थे। उसके बाद कंपनी की ओर से खाने के ऑर्डर को निरस्त करने की पूरी राशि वसूल करना ठगी की श्रेणी में आता है।

बड़ी कंपनियां तक करती है राशि का भुगतान
ऑनलाईन मार्केट में नामचीन कंपनियां भी ग्राहकों की सन्तुष्टि का ध्यान रखते हुए अगर उपभोक्ता को माल पसंद नहीं आए तो उनके भुगतान की कुछ प्रतिशत पेलन्टी लगाकर बकाया राशि का भुगतान कर देता है। परन्तु जेमोटो ने ऐसा नहीं किया। जो उपभोक्ता कानून में ग्राहक के साथ धोखाधड़ी है।

ग्राहकों को कर रहे है गुमराह
पहले ही अपनी छवि धूमिल कर चुका जेमोटो ग्राहकों के साथ इस प्रकार की धोखाधड़ी कर ग्राहको को गुमराह करने का काम कर रहा है। ग्राहकों का आरोप है कि कंपनी पहले सही तरीके से काम कर रही थी। लेकिन अब अनेक प्रकार की शिकायतें आ रही है। इन शिकायतों के बाद शहर के कई दुकानदारों ने भी कंपनी से संबंध विच्छेद कर लिया है।

error: Content is protected !!
Join Whatsapp 26