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जवान रामस्वरुप का पांच दिन बाद अंतिम संस्कार, गार्ड ऑफ ऑनर दिया, 50 लाख रुपए और पत्नी को मिलेगी नौकरी

खुलासा न्यूज बीकानेर। पांचू के जवान रामस्वरूप कस्वां का मौत के पांच दिन बाद अंतिम संस्कार हुआ। इससे पहले जवान को शहीद का दर्जा दिलाने और अन्य मांग को लेकर चार दिन से चल रहा धरना रविवार दोपहर डेढ़ बजे खत्म हो गया था। प्रशासन ने गार्ड ऑफ ऑनर के लिए सहमति दे दी थी। इसके साथ ही परिवार को 50 लाख रुपए की आर्थिक सहायता और पत्नी को संविदा पर नौकरी देने की घोषणा भी की गई। रामस्वरूप कस्वां की बॉडी को अंतिम संस्कार के लिए पांचू गांव लाया गया। जहां उनका राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। इससे पहले, रविवार सुबह जयपुर-बीकानेर नेशनल हाईवे-11 खोल दिया गया था। बता दें कि बीकानेर के जवान रामस्वरूप कस्वां (24) की 25 सितंबर को अनंतनाग में गोली लगने से मौत हुई थी। प्रारंभिक तौर पर सामने आया था कि ऑन ड्यूटी फायरिंग के दौरान जान गई, जिसे बाद में सुसाइड बताया गया। शव मिलिट्री कैंट एरिया (बीकानेर) में स्थित सरकारी अस्पताल में ही रखा हुआ था।

समझौत में आर्मी के अधिकारियों ने निभाई अहम भूमिका

पांचवें दिन धरने पर कलेक्टर नमृता वृष्णि, एसपी कावेंद्र सागर व सैन्य अधिकारी पहुंचे। समझाता वार्ता में आर्मी कैंट के सैन्य अधिकारियों की अहम भूमिका रही। प्रशासन, पुलिस व सैन्य अधिकारियों की सूझबूझ से आज पांचवें दिन धरना समाप्त हुआ। इस दौरान आर्मी अधिकारियों ने जवान के परिजनों को ढांढस बंधाते हुए सभी प्रकार के परिलाभ व अन्य सभी प्रकार के लाभ दिलाने की बात कही और कहा कि शहीद जवान के परिवार के साथ अधिकारी हमेशा साथ रहेंगे।

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