
जगमोहन ने सुलझाया रहस्य,बताई ग्रहों की अक्षीय गति
















अक्षीय गति के रहस्य को अपने शोध पत्र के द्वारा किया परिभाषित
बीकानेर। अन्तरिक्ष विज्ञान में अब तक अनुत्तरित माने जाने वाले रहस्य की व्याख्या बीकानेर के जगमोहन सक्सेना द्वारा की गई है। प्रत्येक ग्रह द्वारा अंतरिक्ष में अक्षीय गति व कक्षीय गति दो प्रकार की गतियां की जाती हैं। जिन्हे कैप्लर के गति नियमों द्वारा परिभाषित किया गया था। किन्तु अब तक ग्रहों द्वारा की जाने वाली अक्षीय गति के कारणों की व्याख्या ना किये जाने के कारण इसे विज्ञान का “अनसुलझा रहस्य” माना जाता रहा है। इंटरनेशनल जर्नल औफ़ साइंस ऐण्ड रिसर्च के अप्रैल 2020 अंक में प्रकाशित एक शोध पत्र- “दा एक्सिस मोशन औफ़ द प्लनेट्स- सोल्यूशन टू द अन्सोल्वड मिस्टरी” में जगमोहन सक्सेना द्वारा इस रहस्य की व्याख्या प्रस्तुत की गई है। इस पहेली का रहस्य सुलझाने से अंतरिक्ष में तारों व आकाश गंगाओं के निर्माण और गति के नियमों को नये सिरे से समझा जा सकेगा। सक्सेना द्वारा प्रकाशित शोधपत्र एवं जर्नल विज्ञान जगत में काफी महत्व रखती है। सक्सेना ने कई वर्षों की मेहनत के बाद इस हल को ढूंढ़ने में सफलता हासिल की है। सक्सेना ने अन्तरिक्ष विज्ञान के कई विषयों पर कार्य किया है। आप को मोहन लाल सुखाड़िया विश्व विध्यालय उदयपुर द्वारा आयोजित वर्क शाप में आपको सहभागिता करने हेतु आमंत्रित किया गया था।


