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बीकानेर के लिये गर्व की बात होगा रामजन्म नींव का पूजन,जाने क्यों

29 साल बाद अयोध्या पहुंच रहे मोदी रामलला के दर्शन करने वाले पहले प्रधानमंत्री, दोपहर 12.30 बजे राम मंदिर के लिए भूमि पूजन करेंगे, 32 सेकंड का मुहूर्त
अयोध्या। आज राम काज का दिन है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या पहुंच रहे हैं। वे रामलला के दर्शन और हनुमान गढ़ी जाने वाले पहले प्रधानमंत्री होंगे। दोपहर 12:30 बजे मोदी राम मंदिर की नींव रखेंगे। मोदी, जिनकी पार्टी भाजपा ने 10 में से 8 लोकसभा चुनाव में यही वादा दोहराया था।…और सबसे खूबसूरत बात यह कि इसका सबसे पहला न्योता उन इक बाल अंसारी को भेजा गया, जो बाबरी मस्जिद के पक्षकार रहे थे। 492 साल पहले बाबर के कहने पर अयोध्या में विवादित ढांचा बना था। 1885 में पहली बार यह मामला अदालत में गया। 2019 में सुप्रीम कोर्ट ने रामलला के पक्ष में फै सला सुनाया। इसके ठीक नौ महीने बाद अयोध्या में राम मंदिर के लिए भूमिपूजन होने जा रहा है।
आजादी के बाद मोदी इकलौते ऐसे प्रधानमंत्री होंगे, जो इस पद पर रहते हुए रामलला के दरबार में होंगे। उनसे पहले इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और अटल बिहारी वाजपेयी और खुद नरेंद्र मोदी बतौर प्रधानमंत्री अयोध्या पहुंचे, लेकिन रामलला के दर्शन नहीं कर पाए थे।
मोदी 29 साल बाद अयोध्या में
इससे पहले मोदी 1991 में अयोध्या गए थे। तब भाजपा अध्यक्ष रहे मुरली मनोहर जोशी तिरंगा यात्रा निकाल रहे थे और यात्रा में मोदी उनके साथ रहते थे। मोदी ने 2019 के लोकसभा चुनाव के वक्त फैजाबाद-अंबेडकर नगर में एक रैली को सं‍बोधित किया था, लेकिन अयोध्या नहीं गए थे।पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती भी शिलान्यास स्थल पर पहुंचीं। उन्होंने ट्वीट करके बताया कि उन्हें राम जन्मभूमि न्यास के वरिष्ठ अधिकारियों ने यह निर्देश दिया है। पहले उन्होंने कहा था कि वे शिलान्यास के दौरान सरयू तट पर रहेंगी।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वायुसेना के विमान से लखनऊ पहुंचे। वे यहां से हेलिकॉप्टर से अयोध्या के लिए रवाना हुए।मोदी सबसे पहले हनुमान गढ़ी जाएंगे। इसको लेकर पूरे मंदिर को सैनिटाइज किया गया। मंदिर के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है।अयोध्या पहुंचे बाबा रामदेव ने कहा कि आज ऐतिहासिक दिन है। आज का दिन लंबे समय तक याद रखा जा एगा। मुझे राम मंदिर निर्माण को लेकर पूरा भरोसा था। देश में रामराज्य की स्थापना होगी।केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने भारत के संविधान में भगवान राम, सीता और लक्ष्मण का स्केच शेयर किया। स्केच में राम को लंका विजय के बाद अयोध्या लौटते हुए दिखाया गया है।हनुमान गढ़ी के मुख्य पुजारी प्रेमदास जी महाराज ने कहा कि आज गर्व का क्षण है। हम प्रधानमंत्री मोदी को पगड़ी और रामनामी पटका पहनाकर सम्मान करेंगे। उन्हें चांदी का सिक्का भी दिया जाएगा।
मंच पर सिर्फ 5 लोग
श्रीराम जन्मभूमि परिसर में भूमिपूजन के लिए एक मंच बनाया गया है। इस पर सिर्फ पांच लोग प्रधानमंत्री मोदी, आरएस एस प्रमुख मोहन भागवत, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास मौजूद रहेंगे।इनके अलावा, बाबरी मस्जिद के पक्षकार इकबाल अंसारी, समाजसेवी और पद्मश्री मोहम्मद शरीफ, कोठारी बंधु की बहन पूर्णिमा कोठारी भूमि पूजन में शामिल होंगी।
175 मेहमानों में 135 संत, सभी को श्रीराम दरबार का रजत सिक्का दिया जाएगा
कोरोना की वजह से भूमि पूजन समारोह में सिर्फ 175 लोगों को आमंत्रित किया गया है। इनमें देश की कुल 36 आध्यात्मिक परंपराओं के 135 संत शामिल हैं। बाकी कारसेवकों के परिवार और अन्य लोगों को निमंत्रण दिया गया है। भूमि पूजन में शामिल होने वाले हर अतिथि को श्रीराम दरबार का रजत सिक्का दिया जाएगा। सिक्का मंदिर ट्रस्ट देगा।

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