बाप ने ही काटी बच्चे की जीभ,अपनी औलाद नहीं समझता था, - Khulasa Online बाप ने ही काटी बच्चे की जीभ,अपनी औलाद नहीं समझता था, - Khulasa Online

बाप ने ही काटी बच्चे की जीभ,अपनी औलाद नहीं समझता था,

बीकानेर।बीकानेर के पीबीएम अस्पताल में भर्ती 8 साल के बच्चे की जीभ काटने और जंगल में फेंकने के मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। बच्चे की ऐसी हालत करने वाला कोई और नहीं उसका बाप ही निकला। आरोपी अपने ही बेटे से नफरत करता था। उसे अपनी औलाद नहीं मानता था। उसने बच्चे को खूब पीटा। फिर मरा हुआ समझकर जंगल में छोड़कर भाग गया था। गंभीर स्थिति में श्रीगंगानगर के सूरतगढ़ में 17 मार्च को मिला था। हालत ज्यादा खराब होने के चलते उसे बीकानेर के पीबीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

पुलिस इन्वेस्टिगेशन में पता चला है कि इस काम में बाप के साथ दादा की मिलीभगत थी। सूरतगढ़ पुलिस के अनुसार, माधव उर्फ विष्णु पुत्र श्रवण चौधरी मूल रूप से दरभंगा, बिहार का रहने वाला है। घटना से 3-4 दिन पहले एक औरत व दो आदमी सूरतगढ रेलवे स्टेशन पर आए थे। ये सभी करीब 4 दिन तक सूरतगढ़ रेलवे स्टेशन पर ही रुके थे। इनमें माधव, उसकी बहन और मां पूजा, पिता श्रवण चौधरी व दादा रामरसी चौधरी थे। घटना के बाद जब पुलिस ने रेलवे स्टेशन के सीसीटीवी खंगाले तो पहला क्लू मिला। 16 मार्च की शाम श्रवण चौधरी व रामरसी माधव को कहीं साथ ले जाते हुए दिखे। जब दोनों वापस लौटे तब माधव साथ नहीं था। इससे पुलिस का शक गहरा गया। आरोपियों ने 4 दिन रेलवे स्टेशन पर गुजारने के बाद खटीक मोहल्ले में एक कमरा किराए पर लिया था।

बाप नहीं मानता अपनी औलाद
शक होते ही सूरतगढ़ पुलिस ने माधव के पिता श्रवण चौधरी और दादा रामरसी चौधरी से पूछताछ की तो कई चौंकाने वाले खुलासे हुए। श्रवण चौधरी माधव को अपनी संतान नहीं मानता था। वह जन्म के दो माह बाद से अपनी नानी व मौसी के पास दिल्ली व बिहार में रह रहा था। माधव को उसकी मां पूजा देवी दिसम्बर 2021 में अपने पीहर रामभद्रपुर जिला दरभंगा बिहार से हनुमानगढ टाउन (राजस्थान) में अपने साथ लेकर आई थी। श्रवण चौधरी और रामरसी चौधरी को यह बात नागवार गुजरी। दोनों ने माधव को साथ रखने से इनकार कर दिया। पूजा नहीं मानी। आरोपी माधव के हाथ-पैर बांधकर अमानवीय व्यवहार करने लगे। बाद में माधव को जान से मारने के लिए श्रवण चौधरी व रामरसी चौधरी ने हनुमानगढ से कमरा खाली किया और सूरतगढ़ आ गए थे।

ऐसे हुई घटना
16 मार्च को पूजा बाजार गई थी। पीछे से श्रवण व रामरसी माधव को सूरतगढ बाईपास, हनुमान मन्दिर के पास रेत के धोरों में ले गए। सबसे पहले ईंट से सिर कुचलने की कोशिश की। इसमें माधव की जीभ कट गई। बालक को मरा हुआ समझकर दोनों आरोपी उसे सुनसान जगह पर पटक कर रेलवे स्टेशन लौट आए। मां पूजा देवी ने पूछा तो उसे बताया कि माधव को उसके मामा के पास छोड़ आए हैं। अगले दिन आरोपियों ने खटीक मोहल्ले में मकान किराए पर ले लिया। पुलिस ने पड़ताल पूरी कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

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