
बनने जा रहा है एक बड़ा शुभ संयोग, सभी संकटों से मिलेगी मुक्ति





Jaipur : रामभक्त बजरंग बली की कई नामों से जाना जाता है. भगवान हनुमान (Lord Hanuman) को हर समस्या का संकटमोचक भी माना जाता है. हनुमान जी के भक्तों को पर उनका आशीर्वाद हमेशा बना रहता है. हनुमान जी कलयुग में जागृत देव हैं. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार हनुमान जी को प्रसन्न करना काफी आसान होता है. हनुमान जी की कृपा से सभी तरह की मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं. हर साल चैत्र शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को हनुमान जी का जन्मोत्सव (hanuman jayanti) मनाया जाता है. इसी पावन दिन माता अंजनी की कोख से हनुमान जी ने जन्म लिया था. इस दिन को बड़े ही धूम-धाम से मनाया जाता है. ज्योतिषाचार्य ने बताया कि इस साल मंगलवार 27 अप्रैल 2021 को हनुमान जन्मोत्सव मनाया जाएगा. इस साल हनुमान जन्मोत्सव कई शुभ योगों और शुभ मुहूर्त में मनाई जाएगी. हनुमान जन्मोत्सव (hanuman jayanti 2021) के दिन सिद्धि योग और व्यतीपात योग बन रहा है.
इन नक्षत्रों में मनाई जाएगी हनुमान जन्मोत्सव
ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास ने बताया कि हनुमान जन्मोत्सव जयंती के दिन शाम 08 बजकर 8 मिनट तक स्वाती नक्षत्र रहेगा. उसके बाद विशाखा नक्षत्र लग जाएगा. व्यापार, परिवहन, दूध और कपड़े आदि के काम के लिए स्वाति नक्षत्र सही रहता है, तो वहीं बीमा, शेयर बाजार और रासायन से संबंधित कार्यों के लिए विशाखा नक्षत्र सही रहता है.
भगवान शिव के अवतार है हनुमान
भगवान हनुमान को महादेव का 11वां अवतार भी माना जाता है. हनुमान जी की पूजा करने और व्रत रखने से हनुमान जी का आर्शीवाद प्राप्त होता है और जीवन में किसी प्रकार का संकट नहीं आता है, इसलिए हनुमान जी को संकट मोचक भी कहा गया है. ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास ने बताया कि जिन लोगों की कुंडली में शनि अशुभ स्थिति में हैं या फिर शनि की साढ़ेसाती चल रही है, उन लोगों को हनुमान जी की पूजा विधि करना चाहिए. ऐसा करने से शनि ग्रह से जुड़ी दिक्कतें दूर हो जाती है. हनुमान जी को मंगलकारी कहा गया है, इसलिए इनकी पूजा जीवन में मंगल लेकर आती हैं.
हनुमान जी के ये 12 नाम लेने से सभी बिगड़ें काम बन जाते हैं.
ॐ हनुमान ॐ अंजनी सुत ॐ वायु पुत्र ॐ महाबल ॐ रामेष्ठ
ॐ फाल्गुण सखा ॐ पिंगाक्ष ॐ अमित विक्रम ॐ उदधिक्रमण
ॐ सीता शोक विनाशन ॐ लक्ष्मण प्राण दाता ॐ दशग्रीव दर्पहा
ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास से जानते है हनुमान जी को प्रसन्न करने के राशि अनुसार मंत्र.
मेष राशि
ॐ सर्वदुखहराय नम:
वृषभ राशि
ॐ कपिसेनानायक नम:
मिथुन राशि
ॐ मनोजवाय नम:
कर्क राशि
ॐ लक्ष्मणप्राणदात्रे नम:
सिंह राशि
ॐ परशौर्य विनाशन नम:
कन्या राशि
ॐ पंचवक्त्र नम:
तुला राशि
ॐ सर्वग्रह विनाशिने नमः
वृश्चिक राशि
ॐ सर्वबन्धविमोक्त्रे नम:
धनु राशि
ॐ चिरंजीविते नम:
मकर राशि
ॐ सुरार्चिते नम:
कुंभ राशि
ॐ वज्रकाय नम:
मीन राशि
ॐ कामरूपिणे नम:
पूर्णिमा तिथि
26 अप्रैल 2021: दोपहर 12.44 मिनट पर पूर्णिमा तिथि आरंभ
27 अप्रैल 2021: रात्रि 9.01 मिनट पर पूर्णिमा तिथि का समापन
भगवान हनुमान की पूजा विधि
ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास ने बताया कि हनुमान जी का जन्म सूर्योदय के समय हुआ था, इसलिए हनुमान जयंती के दिन ब्रह्म मुहूर्त में पूजा करना अच्छा माना गया है. हनुमान जन्मोत्सव के दिन जातक को ब्रह्म मुहूर्त में उठना चाहिए. इसके बाद घर की साफ-सफाई करने के बाद गंगाजल का छिड़काव कर घर को पवित्र कर लें. स्नान आदि के बाद हनुमान मंदिर या घर पर पूजा करनी चाहिए. पूजा के दौरान हनुमान जी को सिंदूर और चोला अर्पित करना चाहिए. मान्यता है कि चमेली का तेल अर्पित करने से हनुमान जी प्रसन्न होते हैं. पूजा के दौरान सभी देवी-देवताओं को जल और पंचामृत अर्पित करें. अब अबीर, गुलाल, अक्षत, फूल, धूप-दीप और भोग आदि लगाकर पूजा करें. सरसों के तेल का दीपक जलाएं. हनुमान जी को विशेष पान का बीड़ा चढ़ाएं. इसमें गुलकंद, बादाम कतरी डालें. ऐसा करने से भगवान की विशेष कृपा आपको मिलती है. हनुमान चालीसा, सुंदरकांड और हनुमान आरती का पाठ करें. आरती के बाद प्रसाद वितरित करें.


