
नहीं हो रही मनरेगा कार्यों में भ्रष्टाचार की जांच,ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन





खुलासा न्यूज,बीकानेर। आपके द्वारा रोज रोज आकर यहां शिकायतें करने से जांच थोड़ी होती है। जहां भी शिकायत करनी हो वहां कर लो। साहब हमारी कोई सुनवाई नहीं हो रही है,अब आप ही कुछ करो। ये व्यथा गुसाईसर के ग्रामीणों ने जिला कलक्टर को सुनाई। उन्होंने ज्ञापन देते हुए कहा कि बीडीओ क ो अनेक बार शिकायती पत्र देने के बाद भी उनके द्वारा किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। ऐसे में मनरेगा में भ्रष्टाचार करने वालों के हौसले बुलंद हो रहे है। मामला गुसाईसर ग्राम पंचायत का है। जहां मनरेगा कार्यों में सरपंच व ग्राम विकास अधिकारी द्वारा बड़े स्तर पर घोटाले की शिकायत की गई है। जिला कलक्टर को तीसरी बार ज्ञापन देकर यहां हो रही गड़बड़ी को उजागर किया है। ग्रामीणों ने बताया कि गांव में एक ही व्यक्ति के नाम के दो से तीन जॉब कार्ड बने हुए है तथा एक ही व्यक्ति दोनो ं,तीनों जॉब कार्ड पर कार्य करना बतलाया जा रहा है। जो संभव नहीं है। पूर्व में भी इनके खिलाफ शिकायती पत्र दे रखा है किन्तु अब तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है। जो प्रशासन की कार्यशैली पर सवालिया निशान लगाते है। प्रतिनिधिमंडल में रामेश्वर जाट,पूनमचंद जाट व भगवानाराम शर्मा,बिशनलाल शर्मा शामिल रहे।
इन व्यक्ति के बने है एक से ज्यादा कार्ड
शिकायतकर्ताओं ने जिला कलक्टर को दिये दस्तावेज में अवगत कराया कि गांव के रामलाल पुत्र पन्नाराम जाखड़,जगदीश पुत्र सुखाराम जाखड़,मांगीलाल पुत्र सुरजाराम जाखड़,मदनलाल पुत्र दानाराम जाखड़,गोपालराम पुत्र गंगाराम जाखड़,सूरजाराम पुत्र खुमाराम जाखड़,धर्माराम पुत्र चूनाराम जाखड़,दाऊराम पुत्र तन्नाराम शर्मा,संतोष कुमार पुत्र रामलाल जाट,रामेश्वरलाल पुत्र डालाराम जाट के नाम से दो दो जॉबकार्ड बने हुए है। जबकि इन नामों के गांव में एक ही व्यक्ति है।
कॉपरेटिव व्यवस्थापक के बना है जॉबकार्ड
मजे की बात तो यह है कि मनरेगा में उन श्रमिकों को रोजगार दिया जाता है,जो गरीबी रेखा से जीवनयापन कर रहे हो। लेकिन गिरधारी राम शर्मा पुत्र किस्तूराराम जो कॉपरेटिव अध्यक्ष है और उनके पुत्र के राधेश्याम के नाम से जॉबकार्ड बना हुआ है। यहीं नहीं गिरधारी की पत्नि तीजा देवी के नाम से एक अलग जॉबकार्ड है। कॉपरेटिव व्यवस्थापक होने के बाद भी राधेश्याम का जॉबकार्ड बनाया जाना भ्रष्टाचार को उजागर करता है। वहीं किशनलाल जो जयपुर रहता है। उसका भी जॉबकार्ड गांव में बना हुआ है।

