
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस सप्ताह : महिला सशक्तीकरण विषय पर जिला स्तरीय कार्यशाला आयोजित, आठ मार्च तक आयोजित होगी विभिन्न गतिविधियां







खुलासा न्यूज, बीकानेर। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस सप्ताह 2025 का आयोजन 02 मार्च से 08 मार्च तक जिला प्रशासन एवं महिला अधिकारिता विभाग द्वारा जिले एवं ब्लॉक स्तर पर विभिन्न गतिविधियों का आयोजन करवाया जा रहा है, जिसके तहत 03 मार्च को जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन राजकीय महारानी सुदर्शन महाविद्यालय सुदर्शन सभागार में किया गया। जिसमें कार्यस्थल पर लैंगिक उत्पीडन (निवारण, प्रतिषेध और प्रतितोष) अधिनियम 2013, पन्नाधाय सुरक्षा एवं सम्मान केंद्र, महिला सुरक्षा एवं सलाह केंद्र, मुख्यमंत्री नारी शक्ति उद्यम प्रोत्साहन योजना के साथ भारतीय स्टेट बैंक की तरफ से महिला उद्यमिता, वित्तिय साक्षरता एवं बैंक की विभिन्न सेवाओं के विषय में विशद् चर्चा की गई, जिसमें डॉ. अभिलाषा आल्हा, प्राचार्य, महारानी सुदर्शन कन्या महाविद्यालय, डॉ. अनुराधा सक्सेना, उपनिदेशक, महिला अधिकारिता, डॉ. किरण सिंह, अध्यक्ष, स्थानीय शिकायत समिति, डॉ. नूरजहां, श्रीमती सुनिता हटीला, सदस्य स्थानीय शिकायत समिति द्वारा महिला सशक्तिकरण एवं महिलाओं को जारूगकता उद्देश्य से कानून संबंधित प्रावधानों का व्याख्यान दिया गया।
खबर से जुड़ा वीडियो देखने के लिए यहां क्लिक करें
इसी कड़ी में डॉ. अभिलाषा आल्हा, प्राचार्य, महारानी सुदर्शन कन्या महाविद्यालय, द्वारा कार्यक्रम का परिचय देते हुए कहा कि “महिला एंव किशोरियों का कार्यस्थल पर सुरिक्षत वातावरण हेतु कानून संबंधित प्रावधानों की जानकारी आवश्यक है।” उपनिदेशक महिला अधिकारिता डॉ. अनुराधा सक्सेना द्वारा कार्यस्थल पर लैंगिक उत्पीडन (निवारण, प्रतिषेध और प्रतितोष) अधिनियम 2013 का विस्तृत जानकारी पीपीटी के माध्यम से दी गई तथा विभागीय योजना बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओं के सकारात्मक पहलू पर प्रकाश डाला और बताया कि “महिला अधिकारिता एक सोच है जिसका उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में उन बालिकाओं एवं महिलाओं के जीवन को उचित दिशा देना हैं, जो अग्रीम पंक्ति में खड़े होने से वंचित है, इस विभाग का संकल्प है कि महिलाऐं न केवल चांद पर पहुंचे बल्कि महिलाओं के साथ किसी भी प्रकार का शोषण और अन्याय न हो। इस हेतु सखी सेन्टर तथा महिला सुरक्षा एवं सलाह केन्द्र निरंतर कार्यरत है।” स्थानीय शिकायत समिति के अध्यक्ष डॉ. किरण सिंह द्वारा इस क्रम में विविध प्रकरणों द्वारा समझाया गया कि “अधिनियम के तहत् राहत प्राप्त हुई है, पर महिलाओं को ये समझना होगा कि वे अधिनियम और कानूनों के सकारात्मक पक्ष को समझें और इनका सदुपयोग करें साथ ही कानून का यदि दुरूपयोग होता है तो ये महिला शक्ति के विरूद्ध ही कार्य करता है।” डॉ. नूरजहां (सदस्या आंतरिक समिति) द्वारा पोस एक्ट के प्रारम्भ से अबतक की यात्रा के विषय में बताया गया और भारतीय स्टेट बैंक की तरफ से दीपक मोदी द्वारा वित्तिय साक्षरता एवं साईबर ठगी के विषय में सचेत किया गया। इस क्रम में अमनदीप सिंह व धर्मपाल द्वारा एसबीआई वेल्थ, साईबर ठीक की जानकारी देते हुए, डिजिटल अरेस्ट से सुरक्षित रहने हेतु संज्ञान दिया गया। एसबीआई के प्रेमप्रकाश एवं यशवीर द्वारा म्युचल फंड के बारें में जानकारी दी गई।
संरक्षण अधिकारी महिला अधिकारिता सतीश परिहार द्वारा महिलाओं को अधिकारों और कानूनों की सुक्ष्म जानकारी दी गई। इसके अतिरिक्त महिला अधिकारिता पर्यवेक्षक मंजु बिश्नोई, रश्मि व्यास द्वारा विभागीय योजनाओं की जानकारी दी गई और DHEW जेण्डर स्पेशलिस्ट पवन तथा कार्तिक बोहरा द्वारा हब के विषय बताया गया। अनुराधा पारीक (सदस्या NGO आंतरिक समिति) और एडवोकेट सुनीता हटीला के साथ महाविद्यालय के संकाय सदस्य एवं अशैक्षणिक कर्मचारी भी उपस्थित रहे। डॉ. राधा सोलंकी (सदस्या आंतरिक समिति एवं मंच संचालन) द्वारा कार्यशाला का संचालन किया गया तथा आचार्य डॉ. मंजू मीणा द्वारा कार्यक्रम के सफल संचालन हेतु धन्यवाद ज्ञापन किया गया।


