
ग्रामीण क्षेत्रों में फैलने लगा संक्रमण,4394 संक्रमित मिले





जयपुर। श्रमिकों व प्रवासी व्यापारियों के आगमन के साथ ही राजस्थान के ग्रामीण इलाकों में कोरोना संक्रमण ने दस्तक देना शुरू कर दिया। राजस्थान में कोरोना की मार अब तक शहरों में ही थी, लेकिन पिछले तीन दिन से अन्य राज्यों से श्रमिक व प्रवासी व्यापारी अपने घर आने लगे हैं तो संक्रमण गांवों में भी पहुंचने लगा है। गुरूवार को सुबह आई रिपोर्ट में 66 नये केस सामने आएं है। जिसमें से जयपुर 13,उदयपुर 20,कोटा,अलवर व करौली में एक एक,नागौर 16,अजमेर व जालौर में दो दो,सीकर में तीन तथा जोधपुर में सात नये पॉजिटिव आएं है। प्रदेश में अब तक 122 लोगों की मौत होने के साथ ही 4394 संक्रमित मिले हैं। उपचार के बाद 2600 लोग पॉजिटिव से नेगेटिव हुए हैं।
गांवों को किया गया सील
चिकित्सा मंत्री डॉ.रघु शर्मा ने बताया कि प्रदेश के बाहर से आने वालों को 14 दिन होम क्वारेंटाइन में रहना होगा। उन्होंने कहा कि करीब 19 लाख लोग प्रदेश में आएंगे और जाएंगे, इन लोगों ने सरकार में पंजिकरण कराया है। उन्होंने जनप्रतिनिधियों से भी क्वारेंटाइन में मदद कराने का आग्रह किया है।
उन्होंने बताया कि वर्तमान में प्रदेश में 12 हजार लोगों की प्रतिदिन जांच हो रही है जो इस माह के अंत में 25 हजार हो जाएगी। अब तक 1 लाख 85 हजार लोगों के सैंपल लिए जा चुके हैं। प्रदेश में पॉजिटिव से नेगेटिव की रेट 60 फीसदी है। ग्रामीण क्षेत्र में अलग-अलग गांवों में कोरोना संक्रमित मिलने से प्रशासन की दिक्कतें बढ़ती जा रही हैं।प्रत्येक गांव को सील करने के लिए पुलिस बल के साथ ही प्रशासनिक अधिकारी तैनात करने पड़ रहे हैं। सीमित संसाधनों के साथ समुचे मारवाड़ के ग्रामीण क्षेत्र में फैले प्रवासियों के सैंपल लेने की चुनौती पहले से खड़ी है।जानकारी के अनुसार महाराष्ट्र व गुजरात से आ रहे श्रमिकों के कारण उदयपुर, बांसवाड़ा व डूंगरपुर जिलों में सक्रमण फैला है। वहीं दिल्ली व यूपी से आने वाले लोगों के कारण जयपुर,अलवर, झुंझुनूं जिलों में संक्रमण का प्रसार हुआ है। ऊपर से गांव-गांव में कोरोना संक्रमण फैलने से रोकने के प्रयास करने पड़ रहे हैं।उधर कोटा के जेकेलॉन अस्पताल में पांच संक्रमित महिलाओं के पांच नवजात बच्चों की पहली कोरोना टेस्ट रिपोर्ट नेगेटिव आई है। इन बच्चों को परिवार की महिलाओं के साथ अलग से कमरों में रखा गया है।

