बीकानेर पंचायत की पंचायती में कूदा निर्दलीय,त्रिकोणीय संघर्ष के आसार,जोड़तोड़ की राजनीति शुरू - Khulasa Online बीकानेर पंचायत की पंचायती में कूदा निर्दलीय,त्रिकोणीय संघर्ष के आसार,जोड़तोड़ की राजनीति शुरू - Khulasa Online

बीकानेर पंचायत की पंचायती में कूदा निर्दलीय,त्रिकोणीय संघर्ष के आसार,जोड़तोड़ की राजनीति शुरू

खुलासा न्यूज,बीकानेर। बीकानेर पंचायत समिति के परिणामों ने संघर्ष के हालात पैदा कर दिए है। यहां प्रधान को लेकर जहां दोनों ही पार्टियां अपने दावे की रही है। वहीं निर्दलीय ने भी प्रधानी का दावा ठोक कर भाजपा-कांग्रेस की हवा निकाल दी है। सामान्य वर्ग की सीट होने के कारण यहां प्रधान के दावेदार भी अधिक देखने को मिल रहे है। वहीं बड़े नेताओं की दखल अंदाजी भी मुकाबले को रोचक बना सकती है। जानकारी मिली है कि बीकानेर पंचायत समिति के प्रधान में कई वरिष्ठ नेता पर्दे के पीछे से शतरंज की बिसात बिछा रहे है। जहां कांग्रेस की ओर से यूथ कांग्रेस लोकसभा के अध्यक्ष बिशनाराम सियाग की पत्नी सुमित्रा मजबूत दावा पेश कर रही है। वहीं यूथ कांग्रेस के ही एक अन्य युवा नेता धर्मचंद चौधरी ने प्रधान की दावेदारी जताई है। इतना ही नहीं कभी देहात कांग्रेस के उपाध्यक्ष वार्ड 13 से निर्दलीय के रूप में चुनाव जीते रामेश्वर जाखड़ ने प्रधान की दावेदारी जताकर न केवल कांग्रेस में खलबली मचा दी है। वहीं भाजपा को भी सोचने को मजबूर कर दिया है,क्योंकि भाजपा निर्दलीयों के सहारे प्रधानी पद को हासिल करने के सपने सजो रही है। ऐसे में उनकी उम्मीदों को भी झटका लग सकता है। इधर भाजपा की ओर से भी दो दावेदार सामने आ रहे है। वार्ड 11 से राजकुमार कस्वां के अलावा एक अन्य वार्ड मेम्बर भी भाजपा से प्रधान पद के लिये दावेदारी पेश कर सकता है।
कांग्रेस की तिकड़ी-डूडी में खींचतान
बीकानेर पंचायत समिति में कांग्रेस के लिये बड़ी समस्या डूडी के परम्परागत विरोधियों और पूर्व प्रतिपक्ष के बीच ताममेल नहीं बैठना है। बताया जा रहा है कि पंचायत में जीते 9 सदस्यों में से 4 वीरेन्द्र बेनीवाल,एक गोविन्द मेघवाल,3 भंवरसिंह भाटी तथा एक डूडी का समर्थक माना जा रहा है। उधर एक मंगलाराम के संपर्क में भी बताया जा रहा है। ऐसे में गोविन्द मेघवाल,वीरेन्द्र बेनीवाल व मंगलाराम की तिकड़ी की प्रधान बनाने में अहम भूमिका रहेगी।
भाजपा में भाटी का अहम रोल
इधर पूर्व मंत्री देवीसिंह भाटी की भूमिका को भी नकारा नहीं जा सकता। विश्वस्त सूत्र बताते है कि भाटी के दो समर्थक उनके बाड़ेबंदी में है। अब देखना यह है कि भाटी आखिर किसको अपना आशीर्वाद देते है। अगर भाजपा को अपना प्रधान बनाना है तो भाटी को दरकिनार नहीं किया जा सकता।

वार्ड 13 शुरू से ही चर्चा में
बीकानेर पंचायत समिति का वार्ड 13 चुनावी प्रक्रिया से ही चर्चा में है। यहां कांग्रेस के टिकट वितरण को लेकर भी खासा बवाल मचा था। कांग्रेस की ओर से दो सिम्बल देने को लेकर भी माहौल खासा गर्म रहा। निर्दलीय जीतकर आएं रामेश्वर लाल को कांग्रेस के एक गुट ने सिम्बल प्रदान कर दिया तो दूसरे गुट ने दूसरे कांग्रेसी को टिकट थमा दी। जिसके बाद नामांकन प्रक्रिया के दौरान सिम्बल को लेकर राजनीति खासी गर्मागयी थी। लेकिन अब जिस रामेश्वर लाल को कांग्रेस की टिकट नहीं मिला। वहीं अब कांग्रेस के लिये मुसीबत बन गया है और अपनी दावेदारी पेश कर नाक में दम कर रखा है।

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