शहर पर बढ़ रहा ट्रैफिक दबाव, इसे कम करने के लिए नहीं हो रहे कोई प्रयास, जनता परेशान

शहर पर बढ़ रहा ट्रैफिक दबाव, इसे कम करने के लिए नहीं हो रहे कोई प्रयास, जनता परेशान

खुलासा न्यूज, बीकानेर। बीकानेर शहर में पिछले कुछ सालों में देखते-देखते ट्रैफिक इतना बढ़ गया कि जगह-जगह जाम की स्थितियां बनने लगी है। यहां तक शहर की मुख्य सड़कों पर भी यही हालात बनने लगे है। शहर के मुख्य बाजारों में फोर व्हीलर ले जाने की कोई सोच भी नहीं सकता, अगर कोई भूलवश ले भी गया तो वह जाम लगने का कारण बन जाएगा। दरअसल, यह स्थिति इसलिए बन रही है कि शहर पर लगातार ट्रैफिक दबाव बढ़ रहा है, परंतु इस दबाव को कम करने के लिए किसी भी स्तर पर प्रयास नहीं हो रहे। न कोई राजनेता इस ओर ध्यान दे रहा और न ही कोई प्रशासनिक अधिकारी। हालांकि पूर्व संभागीय आयुक्त आईएएस नीरज के पवन ने जरूर प्रयास किए थे, जिससे शहर को कुछ ट्रैफिक व जाम से राहत मिली थी। लेकिन नीरज के पवन के प्रयासों पर मॉनिटरिंग नहीं होने के कारण हालात वहीं के वहीं बनने लगे है। केईएम रोड़ पर जो व्यवस्था बनाई गई थी, प्रशासन उस व्यवस्था को निरंतर लागू नहीं कर पाया। ऐसे में हर 15 मिनट बाद जाम लग रहा है, जिसमें फसने वाली जनता परेशान हो रही है। शहर के विकास को लेकर राजनेता बड़ी-बड़ी बाते तो करते है, परंतु उन बातों को धरातल पर उतारने का प्रयास ही नहीं कर रहे। ऐसे में बड़ा सवाल है कि शहर का विकास कैसे संभव होगा? कैसे शहर पर बढ़ रहे ट्रैफिक दबाव को कम कर पाएंगे? अगर यही हालात बने रहे तो आगामी समय में दुपहिया वाहन पर भी चलना मुश्किल हो जाएगा।

सड़कों पर हो रखे अतिमक्रमण पर पूर्णत: सफाये की जरूरत
शहर पर बढ़ते ट्रैफिक दबाव को कम करने के लिए प्रशासन को चाहिए कि सड़कों पर हो रखे अतिक्रमण पर पूर्णत: सफाया किया जाए। जो दुकानें अपनी सीमा से बाहर है, उन्हें अपनी सीमा में करवाया जाए तो काफी हद तक सड़कें खुली हो जाएगी। इससे ट्रैफिक दबाव भी कम होगा । परंतु यह सफाया बिना किसी भेदभाव और राजनीतिक दबाव के होना चाहिए, ताकि कोई इसका विरोध नहीं कर सके। अन्यथा किसी विशेष स्थान पर अतिक्रमण हटाने से शहर का सुधार कभी नहीं होने वाला। इसलिए अतिक्रमण की कार्यवाही पूरे शहर में होनी चाहिए और उस लगातार मॉनिटिरिंग होनी जरूरी है। अगर मॉनिटिरिंग नहीं हुई तो हालात वही के वही बन जाएंगे।

Join Whatsapp 26