बारिश से जगह-जगह हुए कीचड़, गलियों में फैली गंदगी की वजह से डेंगू-मलेरिया का बढ़ा खतरा, स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर

बारिश से जगह-जगह हुए कीचड़, गलियों में फैली गंदगी की वजह से डेंगू-मलेरिया का बढ़ा खतरा, स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर

खुलासा न्यूज, बीकानेर। बारिश के पानी से जगह-जगह कीचड़ व पानी ठहराव तथा गलियों में फैली गंदगी की वजह से अब डेंगू-मलेरिया का खतरा बढ़ गया है। शहर के अधिकांश मौहल्ले व वार्डों में अभी तक अच्छे से सफाई नहीं हो पायी है, जगह-जगह गंदगी के ढ़ेर लगे हुए है। नाले-नालियां गंदगी से अटी हुई पड़ी है, जिनकी सफाई नहीं होने के कारण मच्छर पनप रहे है औन इनसे बनने वाला लार्वा डेंगू-मलेरिया का खतरा बढ़ा रहा है। इस खतरे को देखते हुए अब स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर आ गया है। डेंगू मलेरिया की रोकथाम हेतु एक्टिव मोड पर मरीजों की तलाश व मच्छरों की रोकथाम की कार्यवाही की जा रही है। इसी क्रम में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ राजेश कुमार गुप्ता ने शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मुरलीधर व्यास नगर, एमपी कॉलोनी तथा रामपुरा बस्ती का निरीक्षण किया। यहां विशेष रूप से मच्छरों की रोकथाम हेतु लगाए गए डोमेस्टिक ब्रीडिंग चैकर द्वारा किए जा रहे कार्यों की गहन समीक्षा की उन्होंने जल भराव के क्षेत्र में आवश्यकता अनुसार गंबूशिया मछली डलवाने व गढ़ों में एमएलओ डालकर मच्छरों की ब्रीडिंग रोकने पर जोर दिया। यूपीएससी मुरलीधर व्यास नगर में डिप्टी डायरेक्टर डॉ राहुल हर्ष द्वारा मलेरिया डेंगू नियंत्रण संबंधी गतिविधियों की रिपोर्ट लेकर आवश्यक निर्देश दिए गए।

 

नगर निगम में डेंगू के विरुद्ध प्रशिक्षण आयोजित

नगर निगम बीकानेर के पार्षदों, सेनेटरी इंस्पेक्टर, जमादार व स्वच्छता कर्मियों को स्वास्थ्य विभाग द्वारा मच्छरों की रोकथाम हेतु प्रशिक्षण प्रदान किया गया। यह प्रशिक्षण स्थानीय नगर निगम सभागार में आयुक्त अर्पिता सोनी तथा डिप्टी सीएमएचओ स्वास्थ्य डॉ लोकेश गुप्ता की अध्यक्षता में दिया गया।
प्रशिक्षण में डॉ. गुप्ता द्वारा ऑडीके समाधान एप द्वारा मच्छरों के प्रभावी रोकथाम के बारे में बताया गया तथा मौके पर ही ऐप इंस्टॉल करवाया गया। उन्होंने एंटी लार्वा तथा एंटी एडल्ट गतिविधियों के बारे में जानकारी दी गई। उन्होंने स्पष्ट किया कि सार्वजनिक स्थानों पर कहीं भी खुला व ठहरा हुआ पानी है तो उसमें मच्छर पैदा होंगे। इसे दोनों विभागों के समन्वय से साफ करना अति आवश्यक है। उन्होंने बताया कि यदि किसी घर में लार्वा पाए जाते हैं तो नियमानुसार नगर निगम अधिकारी घर के मुखिया पर चालान काट सकता है। डाटा मैनेजर प्रदीप चौहान ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर पदस्थापित डोमेस्टिक ब्रीडिंग चेकर के साथ मिलकर नगर निगम के अधिकारी और कर्मी मच्छरों की रोकथाम में महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं। उन्होंने लार्वा और गंबूसिया मछली का प्रदर्शन कर मच्छरों के जीवन चक्र के बारे में विस्तार से जानकारी दी तथा उन्होंने एमएलओ, बीटीआई, पायरेथ्रम व टेमीफोस के छिड़काव की तकनीकी जानकारी भी दी।

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