
क्यों नहीं शहर के उस प्रत्येक स्थान पर स्थापित हो अद्र्ध भूमिगत कचरा पात्र, जहां हर वक्त फैली रहती गंदगी







खुलासा न्यूज, बीकानेर। शहर के ऐसे कई स्थान है, जो कचरा पात्र बने हुए है। यानि कि उन सार्वजनिक स्थानों पर कचरा डाला जा रहा है, जिन पर दिनभर आवारा पशुओं का जमावड़ा रहने के साथ-साथ शहर की सुंदरता पर दाग लगाने का काम हो रहा है। जूनागढ़ के पीछे पिछले लंबे समय से पड़ा रहने वाला कचरा शहर की सुंदरता को बिगाड़ रहा था, जिसको देख विदेशी पर्यटक भी अपना मुंह बिगाड़ते थे, जहां अब नगर निगम ने अत्याधुनिक अद्र्ध भूमिगत कचरा पात्र स्थापित कर बिगड़े स्वरुप को सुंदरता तब्दील कर दिया। निगम का यह प्रयास सराहनीय है, लेकिन निगम को चाहिए कि एक स्थान पर ऐसा मॉडल प्रस्तुत कर रूकना नहीं है, शहर में ऐसे कई सार्वजनिक स्थान है, जहां 24 घंटे कचरा पड़ा रहता है, जो शहर की सुंदरता व वैभवता को बिगाड़ रहा है, निगम को चाहिए कि उन सभी स्थानों पर भी यही नवाचार लागू करें ताकि शहर साफ-सुथरा नजर आए। पर्यटकों सहित आमजन को अच्छा महसूस हो। हां, इसमें यह भी जरूरी है कि इसमें आमजन की सकारात्म्क भागीदारी भी पूरी होनी चाहिए, आमजन को शहर के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी।
जिला कलेक्टर ने किया शहर के पहले अत्याधुनिक अर्द्ध भूमिगत कचरा पात्र का उद्घाटन
शहर को साफ सुथरा और स्वच्छ बनाने में सहयोग करें प्रत्येक नागरिक: जिला कलेक्टर
बीकानेर। जिला कलक्टर श्रीमती नम्रता वृष्णि ने सोमवार देर शाम जूनागढ़ के पीछे स्थापित अर्द्ध भूमिगत कचरा पात्र का उद्घाटन किया।
इस दौरान उन्होंने कहा कि बीकानेर शहर को साफ-सुथरा और स्वच्छ बनाने में ऐसे प्रयासों की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि आसपास के सभी लोग इस कचरा पात्र में ही कचरा डालें, जिससे इस स्थान को स्वच्छ बनाए रखा जा सके। उन्होंने कहा कि निगम द्वारा नवाचार के तौर पर एक स्थान पर यह पहल की गई है। इसकी सफलता के आधार पर अन्य स्थानों पर भी ऐसे अर्द्ध भूमिगत डस्टबिन स्थापित किए जाएंगे।
नगर निगम आयुक्त श्री मनीष मयंक ने बताया कि निगम की ओर से यहां चौबीस घंटे होमगार्ड और सफाई कर्मचारी की ड्यूटी लगाई जाएगी। जिससे आसपास के लोगों को कचरा पात्र के उपयोग के लिए प्रेरित किया जा सके। उन्होंने कहा कि इसे मॉडल के रूप में तैयार किया गया है। जहां बैठने की व्यवस्था की गई है। यहां समाचार पत्र रखे जाएंगे, जिससे आमजन यहां बैठकर समाचार पत्र पढ़ सके। उन्होंने बताया कि यहां सीसीटीवी कैमरा लगाया गया है।
नगर निगम उपायुक्त श्री यशपाल आहूजा ने बताया कि यह अर्द्ध भूमिगत कचरा पात्र फिनलैंड से आयात किया गया है। इसकी क्षमता 1.25 टन है। यह डस्टबिन लगभग 70 प्रतिशत भरने के बाद इसे जेसीबी के माध्यम से खाली किया जाएगा।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए अनिल त्रिपाठी ने बताया कि आसपास के दुकानदारों से संपर्क करते हुए उन्हें डस्टबिन का उपयोग करने के लिए प्रेरित किया गया है। उन्होंने बताया कि इसे प्रोपर तरीके से संचालित किए जाने पर यह लगभग तीस वर्षों तक जीरो मेंटीनेंस के आधार पर काम करेगा।
इस दौरान निगम के कार्मिक और आमजन मौजूद रहे।

