शहर के इस इलाके में पिछले तीन दिन से एक घर में बाहर से आ रहे है पत्थर, परिवार सदमें में

शहर के इस इलाके में पिछले तीन दिन से एक घर में बाहर से आ रहे है पत्थर, परिवार सदमें में

बाड़मेर। बाड़मेर से करीब 28 किलोमीटर दूर एक परिवार पत्थरों के टुकड़े गिरने से परेशान है। इस परिवार के तीन घरों पर ही पिछले तीन-चार दिन से पत्थर गिर रहे हैं। आखिर प्रशासन तक पत्थर गिरने की बात पहुंची तो एसपी, बाड़मेर एसडीएम पुलिस जाब्ते के साथ मौके पर पहुंचे। देर रात एक बजे एफएसएल की टीम को भी बुलाया गया। मामले की जांच करने के बाद एसडीएम ने कहा- किसी शरारती तत्व की कारस्तानी हो सकती है। इस परिवार के सदस्यों की भी काउंसलिंग करवाई जाएगी।
दरअसल, बाड़मेर के उण्डखा पूनड़ो की बस्ती में शंकराराराम और उसके भाईयों के तीन घर हैं। जो पास-पास बने हुए हैं। इन्होंने सरपंच व पुलिस को सूचना दी की हमारे घर पर बीते तीन दिन से पत्थर गिर रहे हैं। सदर थाना सीआई अनिल कुमार व उण्डखा जनप्रतिनिधि नींब सिंह मौके पर पहुंचे। परिवार वालों से बातचीत की। पुलिस घंटों इन घरों में बैठी रही। पत्थर कहां से आ रहे जानकारी जुटाती रही। इस दौरान सीआई अनिल कुमार की मौजूदगी में घर में दो बार पत्थर आकर गिरा। पहली बार पुलिस को लगा किसी बच्चे ने पत्थर फेंक दिया होगा। दूसरी बार अलग दिशा से पत्थर आया। देर शाम को एसपी दीपक भार्गव व बाड़मेर एसडीएम समुद्रसिंह भाटी व पटवारी सहित प्रशासनिक अधिकारी भी पहुंचे।
घर मालिक शंकराराम के मुताबिक 3 दिन से पत्थर दिन व शाम को आ रहे है। हमें नहीं लगता है कि कोई व्यक्ति पत्थर फेंक रहा है। पत्थर कहां से आ रहे है। इस बारे में कुछ भी पता नहीं है। आसपास के लोगों व भोपों से पूछा था। भोपों ने देवी-देवताओं को प्रसाद चढ़ाने का कहा था। प्रसाद चढ़ाने के बाद भी पत्थर गिर रहे हैं।
परिवार मान रहा है भूत-प्रेत का प्रकोप, एसडीएम बोले-सब अंधविश्वास
एसडीएम समुद्रसिंह भाटी का कहना है कि यह पूरा मामला अंधविश्वास है। पूरे परिवार की डॉक्टरों से काउंसलिंग करवाई जाएगी। परिवार को कहा- कोई बीमारी है तो डॉक्टरों से सलाह लेकर इलाज कराएं। प्रशासनिक मदद की आवश्यकता होने पर हम लोग तैयार हैं। परिवार मान रहे है कि भूत-प्रेत या बाहरी शक्तियों का प्रकोप होता है। यह सब कुछ अंधविश्वास है। ऐसा कुछ भी नहीं होता है। कई बार मानसिक अवस्था होती है। किसी चीज के बारे में ज्यादा सोचने पर ऐसी मानसिक धारणा बन जाती है। घर का पूरा आंगन खाली करवाने के बाद आधा घंटे तक देखा तब तो कुछ भी हुआ नहीं। शरारती तत्वों द्वारा ऐसी करतूत हो सकती है। कन्फर्म तो नहीं कहा जा सकता है। संभावना ज्यादा उसकी लगती है।
परिवार का दावा- पत्थर सिर्फ आंगन में या फिर पैर में आकर गिरते
परिवार के सदस्य खीमाराम का कहना है कि पत्थर कहां से आ रहे हैं। समझ में नहीं आ रहा। पत्थर घर की छत पर लगे पत्थरों पर गिर रहे हैं। पत्थर किसी के सिर पर नहीं गिर रहे हैं। न ही किसी को चोट पहुंचा रहे हैं। परिवार के लोग सहमें हुए हैं।

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