
सियासी बवाल के बीच गहलोत से पायलट के बारे में पूछा तो बोले वो आएं तो पूछना,पार्टी में आने वाले का स्वागत, जाने वाले का भी






जयपुर/सूरत। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजस्थान के सियासी बवाल और सचिन पायलट से सियासी खींचतान से जुड़े सवाल पर सीधा जवाब देने से इनकार कर दिया। जब गहलोत से सचिन पायलट से तालमेल की कमी, पायलट की नाराजगी और खडग़े से मुलाकात पर पूछा तो कहा कि- अगली बार जब वे आएं तो उनसे पूछना। हमारे से ज्यादा महत्व रहेगा। गहलोत सूरत में मीडिया से बातचीत कर रहे थे।
कांग्रेस का गलत पर्सेप्शन बनाया गया गहलोत ने गुजरात चुनावों में आप पार्टी के असर और कांग्रेस, बीजेपी को नुकसान के सवाल पर कहा कि हम तो आम आदमी पार्टी को कुछ गिनते नहीं हैं। हम तो यह कह रहे हैं कि हमने जो वादे किए थे। जो काम किया है, उसे देख लीजिए।
गांधी के फोटो हटाने वालों को गुजरात में घुसने क्यों दिया?
गहलोत ने आप पार्टी और केजरीवाल पर जमकर निशाना साधा। गहलोत ने कहा- आप पार्टी को आपने गुजरात में घुसने क्यों दिया? जिस गांधी के कारण आज देश की पहचान है। पूरी दुनिया में मान सम्मान है। पहली बार किसी राजनीतिक पार्टी ने गांधी की तस्वीर हटाने की हिम्मत की है।
गुजरात वाले तो कभी इन्हें स्वीकार नहीं करेंगे। पंजाब में इन्होंने सरकार बनते ही गांधी की तस्वीर हटा दी। ये इस तरह के लोग हैं। जनता इसे बिल्कुल स्वीकार नहीं करेगी।
नोटों पर लक्ष्मी, गणेश की फोटो लगाने के अरविंद केजरीवाल के बयान पर गहलोत ने कहा- सामान नहीं होता है तो ऐसे मुद्दे ही लेकर आते है। कोई लालू यादव, मुलायम सिंह के फोटो लगाने की मांग भी कर रहे हैं। यह क्या राजनीति है। डेमोक्रेसी में प्रोग्राम पॉलिसी की बात होती है।
गुजरात में गहलोत के पायलट पर बोलने से बचने के सियासी मायने
सीएम अशोक गहलोत के सचिन पायलट से खींचतान को लेकर जवाब देने से बचने के सियासी मायने हैं। मल्लिकार्जुन खडग़े के कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद अब राजस्थान के सियासी विवाद पर फैसला बाकी है। गहलोत की चुप्पी को इसी से जोडक़र देखा जा रहा है।


