बीकानेर साईबर क्राइम रेस्पोंस सेल की बड़ी सफलता, ठगों से निकाल लाए 10 लाख रूपए - Khulasa Online बीकानेर साईबर क्राइम रेस्पोंस सेल की बड़ी सफलता, ठगों से निकाल लाए 10 लाख रूपए - Khulasa Online

बीकानेर साईबर क्राइम रेस्पोंस सेल की बड़ी सफलता, ठगों से निकाल लाए 10 लाख रूपए

खुलासा न्यूज़ , बीकानेर । बीकानेर साईबर क्राइम रेस्पोंस सेल को बड़ी सफलता मिली है । ठगों से 10 लाख रूपए निकाल लाए है ।
ASP सिटी अमित बुढ़ानिया के निर्देशन में हुई कार्रवाई की है । बीकानेर साईबर क्राइम रेस्पोंस सेल पिछले कुछ अर्से से बेहतर काम कर रही है।

यह है पूरा मामला
जिन्ना रोड़ निवासी मंजूर अली के खाते में सेवानिवृत्ति के बाद की पहली किस्त आई थी। यह किस्त 10 लाख 42 हजार रूपए की थी। 11 सितंबर को मंजूर अली के पास एक फ्रॉड का फोन आया था। कहा कि वह एसबीआई बैंक के से बोल रहा है। फ्रॉड ने कहा कि आपका योनो आईडी ब्लॉक है, उसे पुनः सुचारू करने के लिए आपके पास एक ओटीपी आया है, वह हमें बताओ। इस पर मंजूर ने ओटीपी बता दिया। मंजूर उसके बाद बात भूल गए। अगले दिन बैंक गए तो पता चला कि खाते से 10 लाख 42 हजार रूपए डेबिट हो चुके हैं। दिनभर इधर उधर पता करने के साथ, मंजूर ने समझदारी दिखाई और रात नौ बजे सायबर क्राइम रेस्पॉन्स सैल के हेल्पलाइन नंबर पर कॉल कर शिकायत दर्ज करवाई।

सैल के कांस्टेबल प्रदीप जांगिड़ ने तुरंत सूचना प्रभारी देवेंद्र सोनी को दी। तुरंत प्रभाव से शिकायत दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी गई। सैल ने मामले की गंभीरता को देखते हुए सारी ताकत झोंक दी। कमाल की बात यह है कि शिकायत दर्ज होने के 15 घंटों के भीतर ही पैसे रिफंड करवा दिए गए। इतनी तीव्र गति से कार्रवाई करने में एसबीआई बैंक जयपुर के नोडल अधिकारी बिरेंद्र कुमार मय टीम का महत्वपूर्ण योगदान रहा। उनकी टीम में अंशुल शर्मा व सुरेश शर्मा शामिल थे। वहीं सायबर सैल की देवेंद्र सोनी मय टीम में कांस्टेबल प्रदीप जांगिड़, कांस्टेबल सत्यनारायण व कांस्टेबल सुशीला सिंवर शामिल रहीं।

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