
राजस्थान में रोज 17 महिलाओं से रेप की वारदात, इतने है अब तक मामले






कल इंटरनेशनल वूमंस डे था। राजस्थान पुलिस के ऑफि शियल ट्विटर हैंडल से महिला दिवस को लेकर कई ट्वीट किए गए, जिनका सार था बिना पक्षपात की दुनिया, जहां महिलाएं खुलकर सांस ले सकें, लेकिन राजस्थान हकीकत इससे बिल्कुल अलग है। सोशल मीडिया पर एक्टिव पुलिस अपराधियों को पकड़ने में सुस्त पड़ जाती है।
इसी का नतीजा है कि राजस्थान में रोज औसतन 17 महिलाओं के साथ रेप की वारदात होती है। 24 से ज्यादा महिलाओं/छात्राओं को छेड़छाड़ की यातना से गुजरना पड़ता है। एक महिला की दहेज के लिए हत्या कर दी जाती है। ये आंकड़े खुद पुलिस महकमे के हैं। पुलिस में दर्ज आंकड़ों की पड़ताल की तो कई चौंकाने वाले और चिंता बढ़ाने वाले मामले सामने आए।
2021 में राजस्थान में रेप के 6337, छेड़छाड़ के 9,079, अपहरण के 5,964 और दहेज हत्या के 452 मामले सामने आए। एक साल में महिलाओं के खिलाफ 21,832 अपराध यानी हर दिन 60 महिलाएं शिकार। रेप.छेड़छाड़ के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं।
आज विधानसभा में बीजेपी ने कानून.व्यवस्था पर सरकार को घेरने की पूरी तैयारी कर रखी है। ऐसे में भास्कर ने प्रदेश में कानून.व्यवस्था को लेकर पड़ताल की।
3 केस जो बता रहे हैं पुलिस की नाकामी
रेप के प्रयास का आरोपी गिरफ्तार नहीं हुआ तो युवती ने सुसाइड किया बहरोड़ इलाके में वूमंस डे से एक दिन पहले युवती ने सुसाइड कर लिया था। 4 मार्च 2022 को युवती ने अपने मकान मालिक राजू गुर्जर पर रेप के प्रयास का मामला दर्ज कराया था। पुलिस आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर पाई और वह युवती पर केस वापस लेने का दबाव बना रहा था। न्याय नहीं मिलने से आहत युवती ने 7 मार्च को फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया।
3 महीने बाद भी पुलिस तय नहीं कर पाईए रेप या एक्सीडेंट जनवरी 2022 में अलवर जिले में तिजारा पुलिया पर मूक बधिर नाबालिग लहूलुहान पड़ी मिली। प्राइवेट पार्ट में जिस तरह के जख्म थेए डॉक्टरों ने कहा कि बच्ची के साथ रेप हुआ है। मामले में आरोपियों को पकड़ न पाने के कारण किरकिरी हुई तो पुलिस ने तर्क दिया कि रेप नहीं हुआ है। एक्सीडेंट का मामला है। पुलिस बार.बार बयान बदलती रही।
रेप के बाद पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज नहीं कीए आरोपी ने फोड़ दी पीड़िता की आंख अलवर जिले के नौगावां थाना इलाके में नवंबर 2021 में 20 वर्षीय युवती से रेप का मामला सामने आया। पीड़िता हरियाणा के हरिओम सोनी के खिलाफ 6 नवंबर को रिपोर्ट देने गईए लेकिन पुलिस ने दर्ज नहीं की। 8 नवंबर को अलवर ैच् को डाक से रिपोर्ट भेजी फिर भी मामला दर्ज नहीं हुआ। 10 नवंबर को कोर्ट के आदेश पर रिपोर्ट दर्ज हुई। 10 तक मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई। 20 नवंबर को आरोपी हरिओम सोनी ने चाकू से युवती की आंख फोड़ दी।
डीजीपी खुद कह चुकेए अफसर फील्ड में नहीं जाते 20 फरवरी को डीजीपी एम एल लाठर ने पुलिस मुख्यालय में सभी ।क्ळए प्ळ और कमिश्नर की मीटिंग ली। इस दौरान डीजीपी ने सभी आईजी को कहा कि अफसर फील्ड में नहीं जाते हैं। उन्होंने कहा कि मैंने खुद इसकी जांच की है। अगर अफसर फील्ड में नहीं जाएगा तो क्राइम कंट्रोल कैसे होगाघ्


