
राजस्थान विधानसभा चुनाव से पहले मंत्रिमंडल फेरबदल को लेकर प्रभारी रंधावा ने कह डाली बड़ी बात, सियासी चर्चाएं तेज






जयपुर। विधानसभा चुनाव से पहले गहलोत सरकार में चल रहे मंत्रिमंडल फेरबदल की अटकलों को प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने सिरे से नकार दिया है। प्रदेश प्रभारी ने मंत्रिमंडल फेरबदल की अटकलों को विराम लगाते हुए कहा कि अभी इस पर कोई विचार नहीं किया गया है।
रंधावा ने विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी से मुलाकात के बाद मिले से बातचीत करते हुए कहा कि मंत्रिमंडल फेरबदल को लेकर अभी तक हमने कोई विचार नहीं किया है। प्रभारी ने कहा कि अभी सबसे पहली जरूरत संगठन को मजबूत करना है क्योंकि संगठन के साथ ही हमें चुनाव में जाना है।
रंधावा ने कहा कि मैंने तमाम मंत्रियों को निर्देश दिया है कि वो सरकार के साथ-साथ संगठन में भी अपनी जिम्मेदारी निभाएं और संगठन को मजबूत करने का काम करें। उन्होंने कहा कि मंत्रियों को निर्देश दिए गए हैं कि जो मंत्री जिस जिले से आते हैं वहां पर संगठन को मजबूत करने का काम करें। मंत्रियों के पास सबसे बड़ी जिम्मेदारी होती है इसलिए उन्हें सरकार के साथ-साथ संगठन के लिए भी काम करना चाहिए।
इन मंत्रियों को मंत्रिमंडल से हटाने का रिस्क लेगी गहलोत सरकार?
पुरानी बातों को भूलाकर आगे बढऩा चाहिए
प्रदेश प्रभारी रंधावा ने पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के पायलट के 25 सितंबर के बगावत के बयान को लेकर कहा कि कुछ लोग कोरोना काल में हुई घटना को बगावत कहते हैं और कुछ लोग 25 सितंबर को ही घटना को बगावत कहते हैं लेकिन मैं भूतकाल की बात नहीं करता हूं और भविष्य की बात करता हूं और हमें अब हमें फ्यूचर की बात करनी चाहिए और जो पूर्व में हुआ है उससे सबक लेना चाहिए और ऐसी गलती दोबारा न हो इसका भी ध्यान रखना चाहिए।
हमें सब बातें बुलाकर अब आगे बढऩा चाहिए और सरकार कैसे रिपीट उस पर फोकस करना चाहिए। प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा कि मैंने सभी विधायकों से वन टू वन संवाद किया था। किसी विधायक ने संगठन के कामकाज को लेकर कोई शिकायत नहीं की है।
महंगाई राहत शिविरों में एक करोड़ का रजिस्ट्रेशन खुशी की बात
महंगाई राहत शिविरों में एक करोड़ लोगों का रजिस्ट्रेशन होने पर रंधावा ने कहा कि यह हम सब के लिए गौरव की बात है कि शिविर में 5 दिन के भीतर ही एक करोड़ का आंकड़ा पार हो गया। उन्होंने कहा कि इसीलिए मैं मंत्रियों से कह रहा हूं कि सरकार के साथ संगठन का भी नाम होना चाहिए। संगठन क्या काम कर रहा है, महंगाई राहत शिविरों में संगठन की क्या उपयोगिता है क्योंकि जो सरकार के राहत कैंप लग रहे हैं उसमें सरकार के साथ-साथ संगठन के लोग भी काम कर रहे हैं।
सीपी जोशी राजनीति की इनसाइक्लोपीडिया
वहीं प्रदेश प्रभारी सूचना सिंह रंधावा ने विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी को राजनीतिक की चलती-फिरती इनसाइक्लोपीडिया करार देते हुए कहा कि वो बहुत तजुर्बेकार नेता हैं। मेरे प्रभारी रहे हैं मेरा उनसा पुराना रिश्ता है और कांग्रेस को बेहतर तरीके समझते हैं। इससे पहले प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा और सीपी जोशी के बीच करीब 1 घंटे तक मंत्रणा हुई। इससे पहले पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने भी विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी से मुलाकात की थी।


