गर्भवती महिला की मौत के मामले में परिजनों व ग्रामीणों ने लगाया धरना, आर्थिक सहायता व सरकारी नौकरी दी जाने की मांग - Khulasa Online गर्भवती महिला की मौत के मामले में परिजनों व ग्रामीणों ने लगाया धरना, आर्थिक सहायता व सरकारी नौकरी दी जाने की मांग - Khulasa Online

गर्भवती महिला की मौत के मामले में परिजनों व ग्रामीणों ने लगाया धरना, आर्थिक सहायता व सरकारी नौकरी दी जाने की मांग

बीकानेर। गर्भवती महिला की लापरवाही के चलते मौत हो जाने की खबर सामने आयी है। महिला के परिजनों और ग्राामीणों ने इस सम्बंध में पीबीएम की मोर्चरी के बाहर धरना लगा दिया है। धरना दे रहे लोगों की मांग है कि तुरंत प्रभाव से लापरवाह डॉक्टर को बर्खास्त किया जावे साथ ही मृतका के परिजनों को आर्थिक सहायता ओर सरकारी नौकरी दी जावे।
इस सम्बंध में मुश्ताक भाटी ने बताया कि उसके गांव की बेटी राधा पत्नी सुखराम निवासी लालमदेसर गर्भवती थी। जिसके चलते 5-7 दिन पहले उसे दिखाया गया। सब कुछ ठीक था। भाटी ने बताया कि 12 मार्च की सुबह राधा के दर्द और हुआ तो उसे पलाना में पीएचसी में दिखाया गया। जहां पर टीकाकरण करने के बाद वापस भेज दिया गया। 13 मार्च की सुबह फिर से राधा के परेशाानी हुई तो फिर से दिखाया गया। जहां पर उसे भर्ती कर लिया गया और प्रसव पीड़ा के दौरान उसे डॉक्टरों द्वारा इंजेक्शल लगाया गया। इंजेक्शन के पांच मिनट में ही राधा की मौत हो गयी। भाटी ने बताया कि जिसके बाद पीएचसी के डॉक्टरों ने आनन-फानन में एम्बुलेंस को बुलाया और राधा को पीबीएम रैफर कर दिया। पीबीएम जब राधा को लाया गया तो डॉक्टरों ने जांच करते ही उसे मृत घोषित कर दिया। इस सम्बंध में भाटी ने बताया कि डॉक्टरों के गलत इलाज के चलते राधा की मौत हुई है। ऐसे में जिम्मेवार और लापरवाह डॉक्टरों को तुरंत प्रभाव से बर्खास्त किया जावे। भाटी ने बताया कि परिजनों को आर्थिक मुआवज और एक परिजन को सरकारी नौकरी दी जावे। जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं होती है ना तो हम राधा का पोस्टमार्टम करवाएंगे और ना ही शव लेंगे।

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