
बीकानेर में तूड़ी के लिए त्राहिमाम !, बड़ी मात्रा में किया चारे का स्टॉक, दाम दो गुने से भी ज्यादा बढ़े






– संपादक कुशाल सिंह मेड़तिया की विशेष रिपोर्ट
खुलासा न्यूज़ , बीकानेर । बीकानेर सहित प्रदेश भर में पशु चारे के लिए संकट मचा हुआ है। गेहूं और जौ की तूड़ी या तूड़े का उत्पादन इस बार पिछले सालों की तुलना में करीब 20 प्रतिशत घट गया है। उत्पादन घटने के साथ ही दूसरे नजदीकी राज्यों से भी तूड़ा नहीं आ पा रहा है। इस कारण चारे के दाम दो गुने से भी ज्यादा बढ़ गए हैं।
इन दिनों इन पशुधन के भोजन यानी चारे को लेकर संकट खड़ा हो गया है। क़रीबन क़रीबन हर ज़िलों में पशु चारे की किल्लत चल रही है.। चारे की कमी और बढ़ी हुई कीमतों के चलते पशुपालकों को पशुधन बेचने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।
बीकानेर सहित प्रदेश भर में चारे का यह संकट पिछले 1 माह के दौरान ज्यादा देखा गया है। हालांकि प्रदेश भर में चारे का उत्पादन घटा है, लेकिन संकट उस समय शुरू हुआ जब पिछले माह पंजाब, हरियाणा और उत्तरप्रदेश से आने वाले चारे को पड़ौसी राज्यों ने राजस्थान में आने से रोक दिया, हालांकि पिछले दिनों यह अघोषित रोक तो हट गई है, लेकिन अब किसानों से खरीदकर चारा सप्लाई करने वाले बिचौलियों ने चारे को स्टोर कर लिया है।
प्रदेश के बीकानेर, हनुमानगढ़, गंगानगर, चूरू आदि जिलों में बड़ी मात्रा में चारे का स्टॉक किया गया है। ऐसे में प्रदेश के बीकानेर सहित ज्यादातर जिलों में चारे की कीमतें दो गुना से भी ज्यादा बढ़ गई हैं।
चारे की कमी के पीछे सबसे बड़ी वजह सरसों की अधिक बुवाई रही है। इसके अलावा पंजाब और हरियाणा से आने वाले चारे की सप्लाई अटकने से भी दिक्कत रही है। चारे के अनाधिकृत स्टॉक के चलते प्रदेश के कई जिलों में चारा नहीं पहुंच पा रहा है। इससे प्रदेश में कई जिलों में गौशालाओं में गायों को चारा नहीं मिल पा रहा है।


