
बीकानेर में पति ने अपनी ही पत्नी को चारपाई से बांधकर झोपड़ी को किया आग के हवाले, पत्नी चिल्लाती रही नहीं पसीजा दिल, आखिर मौत की नीद सो गई, देखे वीडियों







बीकानेर में पति ने अपनी ही पत्नी को चारपाई से बांधाकर झोपड़ी को किया आग के हवाले, पत्नी चिल्लाती रही नहीं पसीजा दिल, आखिर मौत की नीद सो गई, देखे वीडियों
बीकानेर। जिले के पांचू थाना क्षेत्र के गांव भादला की रोही में सोमवार को झोपड़ी में जलने से हुई विवाहिता की मौत की गुत्थी पुलिस ने सुलझा दी है। विवाहिता के पति ने ही उसे मारपीट की चारपाई से बांधा, इसके बाद झोपड़ी में आग लगाकर दो सौ मीटर दूर अपने पिता की ढाणी में चला गया। पुलिस ने आरोपी पति को राउंडअप कर पूछताछ की। उसने हत्या करने की बात कबूल कर ली। वहीं मृतका के भाई ने दहेज हत्या का मामला दर्ज करवाया है। पांचू थानाधिकारी रामकेश मीणा के अनुसार सोमवार को 32 साल की महिला आशी देवी के जिंदा जलने पर उसका शव चारपाई पर ही मिला। इस पर शक हुआ। जांच की तो मामला आशी के पति भोमाराम पर शक हुआ। उसे राउंडअप कर पूछताछ की तो उसने सच्चाई उगल दी।
उसने बताया कि उसने ही अपनी पत्नी से मारपीट की। उसे चारपाई पर लेटाकर हाथ-पैर बांध दिए। उससे पहले अपने बच्चों को अपने पिता मांगीलाल की ढाणी में छोड़ आया था। उसके बाद झोपड़ी में आग लगाकर चुपचाप पिता की ढाणी में चला गया। वहां से आग की लपटें देखी तो वह परिजनों और ग्रामीणों के साथ मौके पर पहुंचा। उसे बचाने का नाटक भी किया। वहीं दूसरी ओर इस संबंध में आशी के भाई नागौर जिले के पांचौड़ी थाना क्षेत्र के गुड़ा भगवानदास निवासी दीपाराम कुम्हार ने दहेज हत्या का मामला दर्ज करवाया है।
दीपराम ने बताया कि उसकी बहन की शादी 2013 में भोमाराम से हुई थी। शादी के बाद से ही उसका जीजा भोमाराम और परिजन दहेज के लिए उसे परेशान करते, मारपीट करते। कई बार पंचायती हुई मगर वे नहीं माने। सोमवार की शाम को आशी ने अपनी मां को कॉल कर पति द्वारा मारपीट करने कर बात बताई थी। उसके कुछ ही देर बाद उसकी झोपड़ी में जलकर मौत की खबर आ गई। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। मंगलवार को एफएसएल की टीम ने भी मौके से साक्ष्य जुटाए।
एसएचओ रामकेश मीणा के अनुसार भोमाराम हरियाणा में मिठाई की दुकान करता है। घटना से 2 दिन पहले ही वह गांव आया था। उसके बाद पति-पत्नी के बीच घरेलू कलह या विवाद की आशंका के चलते भोमाराम ने आशी की हत्या करने की प्लानिंग की। साक्ष्य मिटाने के लिए ही उसने उसे झोपड़े में चारपाई पर बांधकर आग लगाई। घटना से पहले तीनों बच्चों को अपने पिता की ढाणी छोड़ आया। उसका सबसे छोटा पुत्र छह महीने का है। मामले की जांच नोखा सीओ हिमांशु शर्मा कर रहे हैं।


