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इमरान बोले- नवाज शरीफ नेपाल में छिपकर मोदी से मिलते थे

इमरान खान सरकार सत्ता की आखिरी सांसें गिनती नजर आ रही है। इस बीच, प्रधानमंत्री इमरान खान ने पाकिस्तान को संबोधित किया, उनका यह संबोधन 1 घंटा देरी से शुरू हुआ है। वो बुधवार को भी मुल्क को संबोधित करने वाले थे, लेकिन ऐन वक्त पर इसे टाल दिया गया। कहा जाता है कि जनरल बाजवा और ISI चीफ ने उन्हें संवेदनशील मामलों पर बोलने से मना किया था।

अपने संबोधन में इमरान ने कहा- बरखा दत्त की किताब में लिखा है कि नवाज शरीफ काठमांडू में मोदी से मिला था। जनरल राहिल शरीफ को मोदी ने आतंकी कहा था। फिर मोदी यहां शरीफ के यहां शादी में आता है। जरदारी ड्रोन अटैक का समर्थन करता था।

8 मार्च को हमें एक मैसेज आता है। (अमेरिका का नाम लिया और फिर गोल कर दिया) किसी आजाद मुल्क के लिए ये सही नहीं है। ये प्राइम मिनिस्टर के खिलाफ है। इसमें लिखा है कि अगर इमरान चला जाता है तो हम पाकिस्तान को माफ कर देंगे। लेकिन अगर ये अविश्वास प्रस्ताव नाकाम हो जाता है हम पाकिस्तान को देख लेंगे। ये ऑफिशियल लेटर है। इसके नोट्स लिए गए।

मेरा कौम से यह सवाल है कि इसमें धमकी क्यों दी गई? क्या हमारी यही हैसियत है? 22 करोड़ लोगों के मुल्क को डराने की साजिश है। रूस जाने का फैसला हमने फौज और बाकी इदारों से बात करके किया था। लेकिन, अमेरिका कहता है कि जब तक इमरान है तो हमारे रिश्ते अच्छे नहीं हो सकते। इमरान के बाद जो आएंगे उनसे हमें कोई दिक्कत नहीं है।

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