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विद्या परिषद की बैठक में लिए अहम फैसले

बीकानेर। वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय कोटा की विद्या परिषद की 66वीं बैठक सोमवार को विश्वविद्यालय परिसर में संपन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता कुलपति डॉ कैलाश सोडाणी ने की। विद्या परिषद ने विद्यार्थियों के हित में कई फैसले लिए। कुलपति डॉ. सोडाणी ने बताया कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के निर्देशानुसार अब वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय राज्य का पहला ऐसा विश्वविद्यालय हो गया है, जहां अगले अकादमिक सत्र से कोई भी विद्यार्थी एक ही समय में एक डिग्री परंपरागत विश्वविद्यालय से तथा एक डिग्री खुला विश्वविद्यालय से या ऑनलाइन मोड में कर सकता है, तथा वीएमओयू से भी दो डिग्री कार्यक्रमों में प्रवेश ले सकेगा। प्रवेश प्रक्रिया की पूरी जानकारी विश्वविद्यालय की विवरणिका में प्रकाशित की जाएगी, जिसका अवलोकन विद्यार्थियों को गंभीरता से करना होगा।
विद्या परिषद ने पीएचडी कार्यक्रम के लिए यूजीसी रेगुलेशन 2022 को भी विश्वविद्यालय में लागू करने की अनुमति दे दी है। इसके तहत कोई भी विद्यार्थी जिसे यूजीसी की नेट, सीएसआईआर या गेट/सीड की परीक्षा पास करने बाद स्कालरशिप या फेलोशिप दी जा जाएंगे। इसके अलावा वीएमओयू ने अपने संकाय सदस्यों एवं शोध छात्रों को रिसर्च प्रोजेक्ट करने के लिए धनराशि का आवंटन किया है। इसके अंतर्गत संकाय सदस्य को पचास हजार रूपए तथा विद्यार्थी को बीस हजार रूपए दिए जाएंगे। विद्या परिषद ने शिक्षकों की नियुक्ति और पदोन्नति के लिए गठित की जाने वाली चयन समितियों के लिए विशेषज्ञों के पैनल का अनुमोदन किया । इसके अलावा विद्या परिषद ने 15वें दीक्षांत समारोह के लिए ग्रेस पास के प्रस्ताव को भी स्वीकृति प्रदान कर दी। बैठक का संचालन कुलसचिव केके गोयल ने किया। बैठक में सभी संकाय सदस्यों के अलावा सदस्य ऑनलाइन जुड़े।

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