
सफाई कर्मी अपना मूल काम नहीं करेंगे तो होंगे बर्खास्त, आयुक्त करेगा कार्यवाही





बीकानेर। 2018 में भर्ती हुए सफाई कर्मचारियों से उनके मूल पद की बजाय ऑफिस के दूसरे कार्य कराए जा रहे हैं। स्वायत्त शासन विभाग ने ऐसे कर्मियों को बर्खास्त करने की चेतावनी दी है। 2018 में निगम में सफाई कर्मचारियों के 395 पदों पर भर्ती हुई थी। उनमें से 390 ने जॉइन कर लिया था। इस भर्ती प्रक्रिया में आरक्षण का ध्यान रखा गया था।
इसकी वजह से अनुसूचित जाति, सामान्य एवं विभिन्न जाति के अभ्यर्थियों का भी सफाई कर्मचारी के पद पर चयन हुआ था। इस पद पर ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट भी चयनित हुए। इनमें करीब 100 सफाई कर्मचारियों से पद विरुद्ध काम लिया जा रहा है। निगम में लिपिक के रिक्त पदों पर पढ़े-लिखे सफाई कर्मचारियों को बैठाया गया है। इस संबंध में वाल्मीकि समाज और सफाई कर्मचारी संगठन ने डीएलबी में शिकायत की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो सकी थी। अब डीएलबी डायरेक्टर दीपक नन्दी ने आयुक्त को पत्र लिखकर कहा है कि यदि सफाई कर्मचारियों से मूल कार्य नहीं कराया तो आयुक्त के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। चयनित सफाई कर्मचारियों की सेवा समाप्त कर दी जाएगी। सफाई कर्मचारी से उनका मूल कार्य ही कराया जाए। शहर में जनसंख्या के अनुरूप सफाई कर्मचारी नहीं हैं। निगम में करीब 1400 सफाई कर्मी हैं। इनमें से 100 दूसरे कार्यों में लगा रखे हैं। हमने सरकार से मांग की है कि सफाई कर्मचारी के पद पर केवल वाल्मीकि समाज से ही भर्ती की जाए। – शिवलाल तेजी, सफाई कर्मचारी नेता


