अगर दूबारा मौका मिला तो रेलफाटक की समस्या का समाधान कर दूंगा: गहलोत
बीकानेर। प्रदेश के मुखिया दो दिवसीय बीकानेर आगमन हुआ इस अवसर पर रविवार सुबह सर्किट हाऊस में पत्रकारों से रुबरु होते हुए विपक्ष पर निशाना साधते हुए खुब खरी खोटी सुनाई। उन्होंने कहा कि आप 40 साल का इतिहास देख लो मै खुद सासंद रहा हूं राजस्थान का नक्शा बदल गया है। गहलोत ने सीधे सीधे शब्दों में राज्य के सांसदों और केंद्र में मंत्री पर सवालिया निशान बनाते कहा – 25 सांसद जीताकर दिए हैं, राजस्थान का हमारा जलसंसाधन मंत्री बना है। कम से कम एक परियोजना को तो राष्ट्रीय परियोजना घोषित करवाएं। इतनी ही उसकी औकात नहीं है। पीएम कह रहे हैं हमारी लोकप्रिय मुख्यमंत्री, अरे उसे मिलने का टाइम तो दो। इनके छह-छह मुख्यमंत्री के दावेदार बन गए हैं। मुख्यमंत्री गहलोत ने अपनी बात को पुख्ता करते कहा कि जब जब उन्हें मौका मिला है, उन्होंने अनेक जनकल्याणकारी व जनहित के काम किये है। लेकिन भाजपा व भाजपा के मंत्री महज नकारात्मक प्रचार करके देश में भ्रामकता फैला रहे है। गहलोत ने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह को निशाना बनाते कहा की संजीवनी सोसायटी से उनके क्या सम्बन्ध रहे है, इसका उन्हें जवाब देना चाहिए। सोसायटी के पांच लोग जेल में है। करोड़ों रुपए का विदेशों में निवेश किया गया है। जिन लोगों के पैसे सोसायटी ने हड़पे वे लोग अपनी गाढ़ी कमाई की मांग को लेकर घूम रहे है। शहर की सबसे गंभीर समस्या रेलवे फाटक के सवाल पर कहा कि अगर जनता हमें दूबारा अपना आर्शीर्वाद देगी तो बीकानेर रेलफाटक की समस्या को भी समाप्त कर दूंगा।गहलोत ने कहा कि हिंसा करने वाले असामाजिक तत्व है जिनसे हमारा कोई संबंध नहीं है। इसलिए मैं बीकानेर में बैठकर देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व अमित शाह से कहना चाहता हूं कि पूरे देश में शांति, सदभाव, भाईचारा व अंहिसा का माहौल बनाये। क्योंकि इसमें इन दोनों की भूमिका सबसे बड़ी है, क्योंकि देश में वो राज कर रहे हैं। देश में बढ़ रही महंगाई पर गहलोत बोले देश में लगातार महंगाई बढ़ रही है, लेकिन बीजेपी को यह भ्रम हो गया कि महंगाई बढऩे की परवाह मत करो, ध्रुवीकरण कर हम चुनाव जीत जाएंगे।
गहलोत ने कहा कि बीजेपी की ध्रुवीकरण की राजनीति देश को आगे किस दिशा की ओर से ले जा रही यह तो भविष्य बताएगा। लेकिन मैं प्रदेश के युवा पीढ़ी से आह्वान कहना चाहता हूं कि इस ध्रुवीकरण की राजनीति को उनको ज्यादा समझने की आवश्यकता है, क्योंकि आने वाला कल युवा पीढ़ी का है।