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रिटायरमेंट तो मैं अंतिम सांस तक नहीं लूंगा, मुझे कुछ समझकर तीन बार सीएम बनाया

जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बजट पेश करने के बाद कांग्रेस में लंबी पारी खेलने का बयान देकर सियासी चर्चाएं छेड़ दी हैं। कांग्रेस अध्यक्ष नहीं बनने से जुड़े सवाल पर सीएम अशोक गहलोत ने कहा- वो चैप्टर क्लोज हो गया। फिर भी मैं इतना कह सकता हूं कि कांग्रेस अध्यक्ष बनने में गर्व होता। मुख्यमंत्री से कई गुणा बड़ा पद कांग्रेस अध्यक्ष का होता है। वो चैप्टर क्लोज हो गया। मुझे कांग्रेस अध्यक्ष बनने में गर्व महसूस होता। जो कुछ होना होता है वह फिक्स होता है, जो कुछ होना था वह हो गया।
रिटायरमेंट तो मैं अंतिम सांस तक नहीं लूंगा
एक नेशनल टीवी चैनल से बातचीत में गहलोत ने कहा- रिटायरमेंट तो मैं अंतिम सांस तक नहीं लूंगा। आज 50 साल राजनीति में हो गए। मैं 20 साल की उम्र में राजनीति में आ गया था। एनएसयूआई से जुड़ गया था। वो दिन और आज का दिन। मैंने पीछे मुडक़र नहीं देखा। हाईकमान ने मुझे हमेशा मौका दिया। चाहे इंदिरा गांधी हो, राजीव गांधी हो या सोनिया गांधी, सबने मौका दिया। सोनिया गांधी ने विश्वास करके मुझे मुख्यमंत्री बनाया। कुछ सोचकर ही बनाया होगा। तीन-तीन बार मैं मुख्यमंत्री बना हूं। सोनिया गांधी ने पहचान की मेरी तो कुछ सोचकर की होगी। राहुल गांधी, सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी सब लोगों ने तीसरी बार मुख्यमंत्री के तौर पर मेरा नाम तय किया।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार के दिन अपने कार्यकाल का आखिरी बजट पेश किया।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार के दिन अपने कार्यकाल का आखिरी बजट पेश किया।
दाएं-बाएं होने वाले हमारी पार्टी के नेता समझें, कांग्रेस के बिना हमें कौन पूछता?
गहलोत ने कहा- मुझे इतना चांस मिला जिंदगी का, कांग्रेस ने सब पहचान दी है हमारे कई लोग लेफ्ट-राइट होते रहते हैं। मैं उन्हें कहता हूं कि कांग्रेस का नाम हमारे साथ नहीं जुड़ा होता तो कौन पूछता। कांग्रेस परिवार ने पहचान दी है तो हमारा फर्ज बनता है कि अंतिम सांस तक जब तक हाथ-पैर चलें तब तक सेवा में लगे रहें।
मैं मन लगाकर काम करता हूं
सचिन पायलट से मतभेद होने और चुनाव किसके नेतृत्व में होंगे इस सवाल के जवाब में गहलोत ने कहा- मेरा तो अपना काम करने का तरीका यह है कि जो काम मुझे दिया गया है, मन लगाकर करते जाओ। मैं बहुत दिल लगाकर काम करता हूं। जनता माई-बाप है। वह तय करेगी कि सरकार किसकी बने और कौन मुख्यमंत्री बने। इस बार लग रहा है कि जनता हमें फिर से मौका देगी। चार साल बाद भी कोई सत्तविरोधी लहर नहीं दिख रही।

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