काव्य का होना ही मेरा सौभाग्य है: जोशी - Khulasa Online काव्य का होना ही मेरा सौभाग्य है: जोशी - Khulasa Online

काव्य का होना ही मेरा सौभाग्य है: जोशी

बीकानेर। कहते है बेटी कभी बोझा नहीं होती है वो अपने भाग्य साथ लेकर आती है कभी अपने मां बाप पर बोझ नहीं होती है जो मां बाप अपनी बेटी को प्यार से पालते है उनकी तरक्की हमेशा ही होती है। भगवान बेटी उसको को देता है जो उसको पाल सके। ऐसा ही बीकानेर निवासी कलक्ता में रहने वाले पामूल जोशी कलकत्ता की प्यारी बेटी काव्य जोशी के जन्मदिन पर पिता ने उनके हाथ से कोरोना के बचान करने के लिए 2000 सैनेटाइजर की बोतले व 100 किलो खीचड़ी बनाकर लोगों को प्रसाद स्वरुप वितरण की तथा आपकी काव्य जोशी के नाम से गरीबों के एक एंबुलेंस खरीदी जो गरीबों के लिए हमेशा नि:शुल्क रहेगी। पामूल जोशी ने बताया कि उनके घर में जब से काव्य आई है घर में हमेशा खुशी रहती है। काव्य के दादा जी सीए महेन्द्र जोशी ने कहा जब से घर में पोती आई है घर में सुख शांति रहती है काव्य हमारे परिवार के लिए एक हीरा साबित हुई है। जोशी ने कहा कि वह अपना कोई भी बड़ा कार्य करते समय उसका नाम आपकी काव्य जोशी के नाम से करते है तो वो काम सफल हो जाता है। जोशी के साथ उनकी पूजा जोशी भी सदा उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी रहती है और हिम्मत देती है उसी के कारण कोई भी कठिन कार्य हो तुरंत आसान हो जाता है। कहते है घर की लक्ष्मी का साथ अगर पति के साथ हो तो कोई भी बाधा हो वो तुरंत पार हो जाती है। इसलिए शास्त्रों में कहा गया है कि पत्नी को हमेशा लक्ष्मी की तरह रखों।

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