
कैसे होगा राजस्थान शिक्षित, जब शिक्षा मंत्री के गृह जिले में शिक्षकों का अभाव, आये दिन हो रही है तालाबंदी






बीकानेर। प्रदेश में जिस तरह से शिक्षा का स्तर गिरता जा रहा है इसका मुख्य कारण है शहरी व ग्रामीण इलाकों की स्कूलों में शिक्षकों की भारी कमी होने के कारण आये दिन तालाबंदी की खबरे सामने आ रही है। मजे की बात तो यह कि शिक्षा मंत्री डॉ. बी.डी.कल्ला के गृह जिले में तो भारी कमी है आये दिन ग्रामीण इलाकों में स्कूल में तालाबंदी हो रही है और कुछ ग्रामीण इलाके के बच्चे तो पढ़ाई नहीं होने के कारण शहर की ओर पैदल ही आ रहे है जिससे अधिकारियों के होश उड़े हुए है इस भरी सर्दी में बच्चों के पैदल शिक्षकों के लिए आना बड़े शर्म की बात है पर बच्चे भी क्या करे एक तरफ बोर्ड की परीक्षा सिर पर आ चुकी है और अभी तक कोर्स पूरा नहीं होने से बच्चे व अभिभावको बहुत परेशान है। महाजन सहित जिले में तालाबंदी शुक्रवार को भी जारी रही कुछ स्कूलों शिक्षकों के तबादले होने से बच्चे खासे नाराज है। यही हाल महात्मा गांधी इंग्लिश स्कूल का है। जानकारी ऐसी मिली हँै कि कुछ शिक्षकों को नियम के विरुद डेप्यूटेशन किया गया है जिससे ग्रामीण नाराज है। जब शिक्षा मंत्री के गृह जिले की हालात इतनी खराब है तो पूरे प्रदेश के हाल बेहाल हो रहे है। लेकिन सरकार इस ओर ध्यान नहीं दे रही है कि बच्चों की परीक्षा अब आ चुकी है समय पर कोर्स पूरा करवाने की व्यवस्था करें।
100 किलोमीटर से पैदल आना शर्म की बात है
ग्रामीण इलाकों में सरकार ने स्कूलों को 12वीं तक कमोन्नत तो कर दिया लेकिन अब उनके पढ़ाने के लिए शिक्षक नहीं है और बच्चों ने एडमिशन भी ले लिया और अब परीक्षा आ गई है बच्चे अपनी पढाई को लेकर बहुत चिंतिंत है इसलिए वह ग्रामीणों के साथ शहर की ओर कूच कर रहे हँै जिससे अधिकारियों व शिक्षा मंत्री की नीदं खुले और कोई अध्यापक शाला में भेज देवे। ऐसा हुआ भी।


