
लक्ष्मीनाथ मंदिर के आगे होमगार्ड कुर्सी बैठकर ड्यूटी पूरी करते नजर आते है





लक्ष्मीनाथ मंदिर के आगे होमगार्ड कुर्सी बैठकर ड्यूटी पूरी करते नजर आते है
बीकानेर। शहर की यातायात व्यवस्था व कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए पुलिस प्रशासन पुरी ताकत झोंक दी है लेकिन कुछ कर्मचारियों के साथ उनकी मेहनत पर पानी फिर रहा है। कुछ दिन पहले लक्ष्मीनाथ मंदिर के आगे अतिक्रमण व यातायात व्यवस्था सूचारु बनाये रखने के उद्देश्य से मंदिर के आगे बेरिकेटस लगाकर होमगार्ड की ड्यूटी लगा दी थी जिससे की मंदिर में आने जाने वालों को कोई परेशानी नहीं हो। लेकिन मजे की बात तो यह है कि होमगार्ड सुबह आते है बेरिकेटस के आगे एक कुर्सी लगा रखी है उस पर बैठ जाते है और मोबाइल पर व्यस्त हो जाते है और सामने सडक़ पर ही फोरव्हीलर वाले अपनी गाडिय़ां सडक़ पर खड़ी कर देते है टैक्सी चालक पुल पर अपनी टैक्सीयां खड़ी करके चले जाते है जिससे शाम के समय भगवती मेडिकल स्टोर से लेकर भण्डेश्वर जी मंदिर तक पूरा रास्ता जाम हो जाता है। जब होमगार्ड को इस बात की शिकायत करने पहुंचा एक युवक को होमगार्ड उस पर गुस्सा हो गया बोला जो करना है कर लो मै आगे नहीं जाऊंगा मेरी ड्यूटी यही बैठने की है। अगर रास्ता जाम होता है तो होने दो आपको तकलीफ है क्या मै किसी तरह से आगे नहीं जाऊंगा अगर इस तरह के व्यवहार होमगार्ड का रहेगा तो आम आदमी आखिर किसको कहेंगा। होमगार्ड के कारण दिनभर आवगमन जाम होता है लेकिन वो अपनी जगह से एक बार भी खड़ा नहीं होता है। लक्ष्मीनाथ मंदिर शाम को दर्शन करने आने वाले बुजुर्गा को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। आखिर प्रशासन ने होमगार्ड की ड्यूटी क्या सिर्फ कुर्सी पर बैठने के लिए लगाई। अगर कुर्सी पर बैठने के लिए लगाई है तो फिर अतिक्रमणों व अवरुद होने वाले रास्तों को कौन खुलवायेंगा।




