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गज केसरी जैसे संयोग में होगा होलिका दहन,ये रहेगा सर्वेश्रेष्ठ समय

होली का त्योहार 9 मार्च को, रंगो का त्योहार 10 मार्च को
बीकानेर। होली का त्योहार फाल्गुन शुक्ल पूर्णिमा पर सोमवार को मनाया जाएगा। इस दिन भद्रा दोपहर 1 बजकर 11 मिनट तक रहने से प्रदोष व्यापिनी गोधूलि वेला में होलिका दहन होगा। होलिका दहन शाम 6 बजर 28 मिनट से 6 बजकर 40 मिनट तक करना सर्वश्रेष्ठ रहेगा। वहीं रंगो का त्योहार धुलंडी मंगलवार को हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा। इस बार रंगों के त्योहार पर त्रिपुष्कर योग का संयोग बनेगा, जो शाम 7 बजकर 24 मिनट से शुरू होगा, जो रात 10 बजकर एक मिनट तक रहेगा।
ज्योतिषाचार्य भैरव रतन बोहरा ने बताया कि होलिका दहन का मुहूर्त शाम 6 बजकर 28 से 9 बजकर 8 मिनट तक रहेगा। इस बीच शाम 6 बजकर 35 मिनट पर 30 साल बाद गज केसरी जैसा संयोग भी बनेगा। इस दौरान बृहस्पति अपनी स्वराशि धनु में, शनि अपनी स्वराशि मकर में और शुक्र अपनी सम राशि मेष में रहेंगे। वहीं चन्द्रमा अपनी 16 कलायुक्त रहेगा। ऐसे में शाम 6 बजकर 35 मिनट पर होलिका दहन सर्वश्रेष्ठ। इस दिन सोमवार के साथ चन्द्रमा के सिंह राशि में 16 कलाओं युक्त रहने और सौम्य ग्रहों की दृष्टि आनेे से होलिका दहन श्रेष्ठमुहूर्त में करने से वैभव और सौभाग्य में वृद्धि करने वाली होगी।
गणगौर पूजन 10 मार्च से
धुलंडी के साथ ही 10 मार्च से गणगौर पूजा शुरू हो जाएगी। नवविवाहिताएं, कुंवारी कन्याएं और विवाहिता महिलाएं 16 दिनों तक ईसर और गौणगौर की पूजा करेंगी।

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